OPS लिए कर्मचारियों ने काले कपड़े पहनकर निकाला रोष मार्च
जींद (जुलाना), 28 जून (हप्र)
Old Pension Scheme: ओपीएस बहाली के लिए पेंशन बहाली संघर्ष समिति ने शुक्रवार को जींद की बैरागी धर्मशाला में समिति के प्रदेश अध्यक्ष विजेन्द्र धारीवाल की अध्यक्षता में जिला स्तरीय ओपीएस सम्मेलन का आयोजन किया। सम्मलन को कर्मचारियों के साथ-साथ विपक्षी दलों ने नेताओं ने भी संबोधित किया और कर्मचारियों की ओपीएस की मांग का समर्थन किया।
बाद में इन कर्मचारियों ने धर्मशाला से शहीदी स्मारक तक पेंशन आक्रोश मार्च निकाला। इस दौरान काफी संख्यां में कर्मचारी काले रंग के कपड़े पहने हुए थे। समिति नेताओं ने कहा कि प्रदेश के कर्मचारी पिछले कई वर्षों से ओपीएस बहाली की मांग कर रहे हैं।
इसको लेकर पेंशन बहाली संघर्ष समिति प्रदेश में कई बड़े आंदोलन कर चुकी है, जिसके दबाव में हरियाणा सरकार द्वारा 20 फरवरी 2024 को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हाई पॉवर कमेटी का गठन कर चुकी है, उसके बावजूद अभी तक सरकार ओपीएस बहाली के लिए कोई फैसला नहीं ले सकी, जिसको लेकर कर्मचारियों में भारी नाराजगी है, जिसका असर लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिला था।
मंच का संचालन कर रहे राज्य महासचिव ऋषि नैन ने कहा कि संघर्ष समिति पिछले सात सालों से प्रदेश सरकार से ओपीएस बहाली की मांग कर रही है उसके बावजूद भी सरकार तानाशाही रवैया अपनाए हुए है जिससे प्रदेश के सभी विभागों के कर्मचारियों में भारी नाराजगी है।
समिति के जींद जिला प्रधान जोगिन्दर लोहान और राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनूप लाठर ने बताया कि लोकसभा चुनाव से पहले भी संघर्ष समिति जींद में बड़ी रैली कर सरकार को चेता चुकी है कि जल्द से जल्द ओपीएस बहाल करे वरना संघर्ष समिति द्वारा वोट फ़ॉर ओपीएस की मुहिम चलाई जाएगी,जिसका असर लोकसभा चुनाव में देखने को मिला है।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार अब भी ओपीएस बहाली को लेकर सकारात्मक कदम नहीं उठाती तो वोट फ़ॉर ओपीएस की मुहिम जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि 25 जून को संघर्ष समिति ने सभी मंत्रियों और मुख्यमंत्री को ओपीएस बहाली के लिए ज्ञापन दिया था, लेकिन कैबिनेट मीटिंग में सरकार द्वारा कोई कदम ना उठाने संघर्ष समिति ने आंदोलन को तेज कर दिया है।
अगर सरकार ओपीएस बहाली के लिए जल्द कमद नहीं उठाती तो 1 सितंबर को पंचकूला में रैली कर मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी। इस मौके पर ईश्वर ठाकुर, राजबाला कौशिक, अनुराधा गुप्ता, देवीलाल सहारण, सुनील खटकड़, वजीर गांगोली,सुरेंद्र मान, जोगेंद्र नेहरा आदि शामिल रहे।