मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

वर्ष 2016 से उपाधीक्षक से अधीक्षक बने कर्मियों को मिला ज्यादा वेतन, अब होगी रिकवरी!

10:20 AM Nov 13, 2024 IST

जींद, 12 नवंबर (हप्र)
प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में 2016 के बाद उपाधीक्षक के पद से अधीक्षक के पद पर पदोन्नत हुए कर्मचारियों से अब उस राशि की रिकवरी होगी, जो उन्हें ज्यादा वेतनमान दिए जाने के कारण मिली थी। इस राशि की रिकवरी के लिए स्वास्थ्य सेवाएं महानिदेशक ने यमुनानगर और पानीपत के सिविल सर्जनों के अलावा दूसरे सभी जिलों के सिविल सर्जनों और मलेरिया के निदेशक को पत्र जारी किया है।
स्वास्थ्य विभाग में साल जनवरी 2016 के बाद लगभग 40 कर्मचारी उपाधीक्षक के पद से अधीक्षक के पद पर पदोन्नत हुए थे। इन कर्मचारियों को पदोन्नति के बाद 9300-34800 4600 जीपी में रखा गया था। इस वेतनमान को प्रदेश सरकार के वित्त विभाग ने अधिसूचित नहीं किया, मगर यह कर्मचारी इस वेतनमान पर वेतन ले रहे हैं। सरकार ने कुछ समय पहले यह आदेश जारी किए थे कि जनवरी 2016 से उपाधीक्षक के पद से अधीक्षक के पद पर पदोन्नत हुए कर्मचारियों को 4600 की बजाय 4200 पे बैंड में ही रखा गया है। इन आदेशों के बाद अब सरकार इन कर्मचारियों से उस राशि की रिकवरी करने जा रही है, जो इन कर्मचारियों को इनके निर्धारित पे बैंड से ज्यादा के पे बैंड से मिली थी। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक ने प्रदेश के सिविल सर्जनों और मलेरिया निदेशक को पत्र लिख कर उनके अधीन काम कर रहे उन सभी अधीक्षकों से उस राशि की रिकवरी करने को कहा है, जो इन कर्मचारियों को ज्यादा मिली है। इस राशि की रिकवरी कर इसकी सूचना तुरंत मुख्यालय में भिजवाने को कहा गया है। पत्र में कहा गया है कि संबंधित कर्मचारियों से इस राशि की रिकवरी में देरी को घोर लापरवाही माना जाएगा।

Advertisement

यमुनानगर और पानीपत जिले अपवाद

इस मामले में प्रदेश के यमुनानगर और पानीपत जिले अपवाद हैं। इन दोनों जिलों के सिविल सर्जन को स्वास्थ्य सेवाएं महानिदेशक ने यह पत्र नहीं भेजा है। इसकी वजह यह है कि इन दोनों जिलों में सिविल सर्जनों ने उपाधीक्षक के पद से अधीक्षक के पद पर पदोन्नत हुए कर्मचारियों को 4600 का पे बैंड दिया ही नहीं था। इन दोनों जिलों में उपाधीक्षक से अधीक्षक बने कर्मचारियों को 4200 के पे बैंड पर ही रखा गया था।

क्या कहते हैं सिविल सर्जन

इस मामले में जींद के सिविल सर्जन डॉ. गोपाल गोयल ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं महानिदेशक की तरफ से ऐसा कोई पत्र आया है तो इसे संबंधितअधिकारियों को भेज कर अमल सुनिश्चित करने को कहा जाएगा। सिविल सर्जन ने कहा कि आज वह अवकाश पर हैं।

Advertisement

Advertisement