सीएम व तीनों केंद्रीय मंत्रियों सहित कई दिग्गजों की चुनावी अग्निपरीक्षा जल्द
दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 1 नवंबर
हरियाणा के विधानसभा चुनावों में लगातार तीसरी बार जीत हासिल करने के बाद राज्य की नायब सरकार अब शहरी स्थानीय निकाय के चुनावों को लेकर गंभीर हो गई है। अंदरखाने चुनाव की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। राज्य में 34 शहरों में चुनाव होने हैं। इनमें 8 नगर निगम, चार नगर परिषद और 22 नगर पालिकाएं शामिल हैं। इन सभी का कार्यकाल पूरा हो चुका है। वर्तमान में प्रशासकों के हवाले ये निकाय हैं।
राज्य चुनाव आयोग भी निकाय चुनावों की प्रक्रिया जल्द शुरू करने वाला है। हालांकि निकायों के चुनाव अगले साल ही होने की उम्मीद है। माना जा रहा है कि फरवरी के आसपास इन 34 निकायों के चुनाव करवाए जा सकते हैं। इससे पहले सरकार की ओर से इन शहरों में विकास कार्यों पर भी विशेष जोर दिया जाएगा। सरकार की ओर से सांसदों व विधायकों के अलावा जनप्रतिनिधियों से विकास कार्यों की लिस्ट तैयार करने के निर्देश पहले ही दिए जा चुके हैं।
निकाय चुनावों में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के अलावा तीनों केंद्रीय मंत्रियों – मनोहर लाल, राव इंद्रजीत सिंह व कृष्ण पाल गुर्जर की भी फिर से चुनावी अग्निपरीक्षा होगी। इसी तरह नायब सरकार के कई मंत्रियों सहित 28 विधायकों को निकाय के चुनावों में पसीना बहाना होगा। प्रमुख विपक्षी दल – कांग्रेस के भी 18 विधायकों को कड़ी मेहनत करनी होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि जिन निकायों में चुनाव हो रहे हैं, वे मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्रियों, नायब सरकार के मंत्रियों के अलावा भाजपा व कांग्रेस विधायकों के निर्वाचन क्षेत्रों में आते हैं।
फरीदाबाद नगर निगम के चुनाव में केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर के साथ-साथ निगम के अंतर्गत आने वाले पांच हलकों के विधायकों की भी अग्निपरीक्षा होगी। इनमें फरीदाबाद विधायक व कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल, तिगांव विधायक व नायब सरकार में मंत्री राजेश नागर, बल्लभगढ़ विधायक मूलचंद शर्मा, बड़खल विधायक धनेश अदलखा और एनआईटी विधायक सतीश फगाना को निगम चुनाव में जोर लगाना होगा। वहीं गुरुग्राम व मानेसर नगर निगम के चुनाव में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की परीक्षा होगी।
गुरुग्राम नगर निगम के अंतर्गत चारों हलके गुरुग्राम, बादशाहपुर, पटौदी व सोहना भी आते हैं। गुरुग्राम विधायक पंडित मुकेश शर्मा, बादशाहपुर विधायक व कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह, सोहना विधायक तेजपाल तंवर और पटौदी विधायक बिमला चौधरी को भी नगर निगम चुनाव में पसीना बहाना होगा। इतना ही नहीं, बिमला चौधरी के यहां पटौदी नगर परिषद का भी चुनाव होना है। ऐसे में उन्हें निकाय चुनावों में डबल मेहनत करनी होगी। हिसार नगर निगम के अंतर्गत तीन हलके – हिसार, नलवा और बरवाला आते हैं। हिसार से सावित्री जिंदल निर्दलीय विधायक हैं। वहीं बरवाला विधायक रणबीर सिंह गंगवा प्रदेश की नायब सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। नलवा में भी भाजपा के रणधीर सिंह पनिहार विधायक हैं। करनाल नगर निगम के भी चुनाव होने हैं। विधानसभा चुनाव में भाजपा ने करनाल जिला के पांचों हलकों में जीत हासिल की। यहां से केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी सांसद हैं। वहीं घरौंडा विधायक हरविंद्र सिंह कल्याण स्पीकर हैं। इंद्री में भाजपा के रामकुमार कश्यप, असंध में योगेंद्र राणा और नीलोखेड़ी में भगवान दास कबीरपंथी विधायक हैं। ऐसे में निकाय चुनावों में इन सभी छह नेताओं की कड़ी अग्निपरीक्षा होगी। इतना ही नहीं, इंद्री व नीलोखेड़ी नगर पालिका के चुनाव भी होंगे। ऐसे में इंद्री में रामकुमार कश्यप और नीलोखेड़ी में भगवान दास कबीरपंथी को भी दोहरे मोर्चे पर काम करना होगा। पानीपत नगर निगम के चुनावों में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के अलावा पानीपत ग्रामीण विधायक व नायब सरकार में कैबिनेट मंत्री महिपाल सिंह ढांडा और पानीपत सिटी विधायक प्रमोद कुमार विज को भी कड़ी मेहनत करनी होगी।
हुड्डा के गढ़ में भी चुनाव
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गढ़ कहे जाने वाले रोहतक में भी निकाय के चुनाव होंगे। रोहतक नगर निगम के अलावा कलानौर नगर पालिका के चुनाव होंगे। रोहतक निगम के अंतर्गत रोहतक, कलानौर व गढ़ी-सांपला-किलोई हलके आते हैं। रोहतक जिला के चारों हलकों में कांग्रेस ने जीत हासिल की। इससे पहले निगम चुनाव में कांग्रेस को यहां हार का मुंह देखना पड़ा था। कलानौर से विधायक शकुंतला खटक को डबल मेहनत करनी होगी। कलानौर नगर पालिका के साथ-साथ उन्हें रोहतक नगर निगम में भी काम करना होगा।
यमुनानगर में फिफ्टी-फिफ्टी
यमुनानगर नगर निगम के अंतर्गत इस जिले के चारों हलके – यमुनानगर, जगाधरी, सढ़ौरा व रादौर आते हैं। हालांकि रादौर और सढ़ौरा का कुछ ही पार्ट है। रादौर विधायक श्याम सिंह राणा नायब सरकार में कृषि मंत्री हैं। वहीं घनश्याम दास अरोड़ा यमुनानगर से भाजपा टिकट पर लगातार तीसरी बार जीते हैं। जगाधरी में कांग्रेस के अकरम खान और सढ़ौरा में रेणु बाला विधायक हैं। ऐसे में निगम के चुनाव में इन सभी नेताओं को पूरा जोर लगाना होगा।
22 पालिकाओं का कार्यकाल हो चुका पूरा
हरियाणा में 22 नगर पालिकाओं का कार्यकाल पूरा हो चुका है। इन सभी के चुनाव होने हैं। भाजपा व कांग्रेस के विधायकों से जुड़े इन हलकों से जुड़ी पालिकाओं में होने वाले चुनावों में उन सभी की परीक्षा होगी। विधानसभा चुनावों में पॉजिटिव माहौल के बावजूद सत्ता से दूर रही कांग्रेस के सामने अब निकाय के चुनाव किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं हैं। वहीं जीत की हैट्रिक लगाकर तीसरी बार सरकार बना चुकी भाजपा का मनोबल बढ़ा हुआ है।
इन परिषदों में होंगे चुनाव
प्रदेश में चार नगर परिषदों के चुनाव होने हैं। अंबाला सदर नगर परिषद में कैबिनेट मंत्री अनिल विज को जोर लगाना होगा। वहीं थानेसर में खुद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की परीक्षा होगी। सीएम के निर्वाचन क्षेत्र लाडवा का भी काफी हिस्सा नगर परिषद के अंतर्गत आता है। थानेसर से कांग्रेस के अशोक अरोड़ा विधायक हैं। वहीं पटौदी नगर परिषद के चुनाव में भाजपा विधायक बिमला चौधरी को कड़ी मेहनत करनी होगी। सिरसा नगर परिषद के चुनाव में यहां से विधायक गोकुल सेतिया को पसीना बहाना होगा।