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चुनावी समर का डंका बजा, जनादेश 4 जून को

09:41 AM Mar 17, 2024 IST
नयी दिल्ली में शनिवार को मीडिया से मुखातिब मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार (बीच में) साथ हैं चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार एवं सुखबीर सिंह संधू । -मुकेश अग्रवाल
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नयी दिल्ली, 16 मार्च (टि्रन्यू/एजेंसी)
चुनाव आयोग ने शनिवार को लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों की घोषणा कर दी। कुल 543 सीटों के लिए 19 अप्रैल से एक जून तक सात चरणों में मतदान होगा। मतगणना 4 जून को होगी। हरियाणा की सभी 10 और दिल्ली की सातों सीटों के लिए छठे चरण में 25 मई को वोटिंग होगी। वहीं, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ में एक जून को मतदान होगा। बिहार, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में मतदान सभी सात चरणों में होगा। 18वीं लोकसभा के गठन के लिए चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के साथ ही देश में आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो गयी है। इस चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार सत्ता में आने का प्रयास करेंगे, वहीं विपक्षी दल उनका विजय रथ रोकने के लिए पूरा दमखम लगाएंगे।


मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने नये चुनाव आयुक्तों ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के साथ यहां संवाददाता सम्मेलन में चुनाव की तारीखों का ऐलान किया। इसके साथ ही हरियाणा के करनाल समेत 13 राज्यों की 26 विधानसभा सीटाें के लिए उपचुनाव और चार राज्यों में विधानसभा चुनावों की भी घोषणा की गयी। अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में विधानसभा चुनाव 19 अप्रैल और आंध्र प्रदेश में 13 मई को होंगे। ओडिशा विधानसभा के लिए 13 मई, 20 मई, 25 मई और एक जून को मतदान होगा।
देश में 10.5 लाख से अधिक मतदान केंद्र बनेंगे और 55 लाख इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का इस्तेमाल होगा। साल 2019 के चुनाव में भी 11 अप्रैल से 19 मई के बीच सात चरणों में मतदान हुआ था। इस बार चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया 44 दिनों में पूरी होगी, जो 1951-52 के पहले ससंदीय चुनाव के बाद वोटिंग की सबसे लंबी अवधि है। चुनाव की घोषणा से लेकर मतगणना तक तक चुनाव प्रक्रिया 82 दिनों में पूरी होगी।
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पहला चरण : अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, अंडमान निकोबार, जम्मू-कश्मीर, लक्षद्वीप, पुड्डुचेरी की कुल 102 सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान होगा।
दूसरा चरण : असम, बिहार, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, राजस्थान, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, जम्मू-कश्मीर की कुल 89 सीटों पर 26 अप्रैल को वोटिंग होगी।
तीसरा चरण : असम, बिहार, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, दादरा एवं नगर हवेली और दमन दीव तथा जम्मू-कश्मीर की कुल 94 सीटों पर 7 मई को वोट डाले जाएंगे।
चौथा चरण : आंध्र प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और जम्मू-कश्मीर की कुल 96 सीटों पर 13 मई को मतदान होगा।
पांचवां चरण : बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की 49 सीटों पर 20 मई को होगी वाेटिंग।
छठा चरण : बिहार, हरियाणा, झारखंड, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और दिल्ली की कुल 57 सीटों पर 25 मई को मतदान होगा।
सातवां चरण : बिहार, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, चंडीगढ़ की कुल 57 सीटों पर 1 जून को वोट डाले जाएंगे।

जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव जल्द कराएंगे : सीईसी

मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव सुरक्षा चिंताओं के कारण लोकसभा चुनाव के बाद कराए जाएंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि राष्ट्रव्यापी चुनावों के दौरान जम्मू-कश्मीर में प्रत्येक उम्मीदवार को सुरक्षा प्रदान करने की चुनौती के कारण दोनों चुनाव एक साथ कराना व्यावहारिक नहीं है।

हिमाचल में 6 सीटों पर उपचुनाव की भी घोषणा

हिमाचल प्रदेश की छह विधानसभा सीटाें- धर्मशाला, लाहौल-स्पीति, सुजानपुर, बड़सर, गगरेट और कुटलैहड़ के लिए एक जून को लोकसभा चुनाव के साथ मतदान कराये जाने की घोषणा की गयी है। कांग्रेस के छह विधायकों सुधीर शर्मा, रवि ठाकुर, राजिंदर राणा, इंदर दत्त लखनपाल, चैतन्य शर्मा और देविंदर कुमार को व्हिप के उल्लंघन पर अयोग्य घोषित किये जाने के कारण उपचुनाव करवाया जा रहा है। वहीं, इन विधायकों ने उन्हें अयोग्य घोषित किये जाने को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। उनकी याचिका पर 18 मार्च को सुनवाई होनी है।

ईवीएम से जुड़े सवाल पर सीईसी का कटाक्ष
अधूरी हसरतों का इल्जाम हम पर लगाना ठीक नहीं...

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से जुड़े सवालों एवं दावों को खारिज करते हुए कहा कि ईवीएम शत-प्रतिशत सुरक्षित हैं। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘अधूरी हसरतों का इल्जाम हर बार हम पर लगाना ठीक नहीं, वफा खुद से नहीं होती, खता ईवीएम की कहते हो। बाद में गोया परिणाम आता है तो उस पर कायम नहीं रहते।’

‘विपक्ष दिशाहीन, मुद्दाविहीन’

भाजपा-एनडीए चुनावों में उतरने के लिए पूरी तरह से तैयार है। सुशासन और जनसेवा के अपने ट्रैक रिकॉर्ड के आधार पर हम जनता-जनार्दन के बीच जाएंगे। मुझे पूरा विश्वास है कि 140 करोड़ परिवारजनों और 96 करोड़ से अधिक मतदाताओं का भरपूर स्नेह और आशीर्वाद हमें लगातार तीसरी बार मिलेगा।... आज विपक्ष के पास न कोई मुद्दा है, न कोई दिशा। उनका एक ही
एजेंडा बचा है- हमें गाली देना और वोट बैंक की राजनीति करना। -नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री

‘लोकतंत्र को बचाने का अंतिम मौका’

‘2024 लोकसभा चुनाव भारत के लिए ‘न्याय का द्वार' खोलेगा। लोकतंत्र एवं संविधान को तानाशाही से बचाने का शायद ये आखिरी मौका होगा। ‘हम भारत के लोग’ साथ मिलकर नफरत, लूट, बेरोजगारी, महंगाई व अत्याचार के खिलाफ लड़ेंगे।' ...मैंने लगभग 12 (लोकसभा) चुनाव देखे हैं और मुश्किल से 4-5 चरण होते थे। लगता है कि 7 चरणों में मतदान इसलिए कराया जा
रहा है ताकि प्रधानमंत्री मोदी हर जगह का दौरा कर सकें। - मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस अध्यक्ष

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