बदलते चरणों के साथ बदलती चुनावी डिक्शनरी
आलोक पुराणिक
चुनाव सीजन 2024 के संदर्भ में डिक्शनरी में कुछ नये बदलाव किये गये हैं, वो इस प्रकार हैं :-
मंगलसूत्र, भारतीय स्त्रियों द्वारा पहना जाने वाला ऐसा गहना, जिसके गहरे राजनीतिक इस्तेमाल संभव हैं। कोई पार्टी कह सकती है कि इसे बनवाकर देंगे, अगर हम चुनाव जीत गये, कोई पार्टी कह सकती है कि अगर विरोधी पार्टी चुनाव जीत गयी, तो इसे छीनकर ले जायेगी। यानी मंगलसूत्र को कुल मिलाकर ऐसा गहना माना जा सकता है, जिसके जरिये तमाम राजनीतिक पार्टियां अपना मंगल करने की सोचती हैं।
औरंगजेब, भारतीय इतिहास में एक मुगल बादशाह, जिसकी इलेक्शन ड्यूटी हर चुनाव में लग जाती है। करीब बीस मुगल बादशाहों में सबसे ज्यादा इलेक्शन ड्यूटी करने वाला बादशाह औरंगजेब ही है। हर चुनाव में औरंगजेब का जिक्र होता है।
संविधान, भारत का राजकाज चलाने के लिए तैयार एक ग्रंथ, जिसे ज्यादातर नेता नहीं पढ़ते। पर कई नेता इसे लेकर घूमते हैं, चुनाव प्रचार के लिए। संविधान का अब इतना ही इस्तेमाल है कि यह नेताओं की जेब में दिखाई देता है।
असली और चाईनीज, असली आइटम से आशय ओरिजनल से है और चाईनीज आइटम से आशय नकली टाइप आइटम से होता है। जैसे महाराष्ट्र में दो शिवसेनाएं हैं, एक उद्धव ठाकरे की शिवसेना और दूसरी एकनाथ शिंदे की शिवसेना, एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे। दोनों ही एक-दूसरे की शिवसेना को चाईनीज बता रहे हैं। पर इन्हें खतरे का पता नहीं है। एक-दूसरे की शिवसेना को चाईनीज बताने का खतरा यह है कि चीन फिर दोनों ही शिवसेनाओं पर दावा कर सकता है। चीनी नीयत का हाल बहुत खराब है उससे सावधान रहने की जरूरत है। चीन की सरकार जिस दिन भी चाहे चमनपुरा के उस इलाके को चाईनीज घोषित कर सकती है, जहां चाईनीज फूड का ठेला लगता है।
लोकतंत्र, सरकार चलाने की वह तरकीब, जिसमें अपने घरवालों को मंत्री सांसद बनाया जाता है, आम तौर पर। अगर घऱवालों को ही सांसद मंत्री बनाना है तो इसे लोकतंत्र क्यों कहा जाता है। लोकतंत्र चुनाव का मौका देता है कि चाहे तो मेरे बेटे को चुन लो या या बेटी को चुन लो, चुनाव के इतने विकल्प दे रहा है, लोकतंत्र।
वीडियो, एक किस्म का राजनीति हथियार, एक वीडियो दिखाकर एक पार्टी कह सकती है कि हाय मेरी पिटाई हुई। दूसरा वीडियो दिखाकर दूसरी पार्टी कह सकती है कि हम इनकी ठुकाई नहीं कर रहे थे, इन्हें प्यार कर रहे थे।