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धूप न उड़ा ले कहीं चेहरे की रंगत

07:44 AM May 28, 2024 IST
धूप न उड़ा ले कहीं चेहरे की रंगत
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झुलसाती गर्मी, धूल-मिट्टी व धूप में स्किन पर कई जगह सनबर्न, सांवलापन और घमौरियां-दाने जैसी समस्याएं होती हैं। ऐसे में बाहर निकलने से पहले सनस्क्रीन लगाएं। खूब पानी पियें व साथ ही हर हाल में एक्सफोलिएट करते रहना चाहिए।

नीलोफर
मई-जून की तपती गर्मियों में सूरज की किरणों का ताप बहुत तेज हो जाता है इसलिए त्वचा झुलस जाती है और सनबर्न हो जाता है। इन दिनों सीधे धूप के संपर्क में आने से त्वचा में मेलेनिन की मात्रा भी बढ़ जाती है, जिससे त्वचा काली या सांवली दिखने लगती है। चूंकि धूप और पसीने के साथ इन दिनों धूल-मिट्टी त्वचा के रोम छिद्रों को ब्लॉक कर देते हैं, जिससे स्किन पर घमौरियां और कई तरह के दाने निकल आते हैं। साथ ही कई तरह के इन्फेक्शन की समस्याएं भी बढ़ जाती हैं। जानिये इन दिनों त्वचा को खराब होने से बचाने के लिए कुछ जरूरी उपाय सनस्क्रीन लगाएं
मई-जून की गर्मियों में सूरज की अल्ट्रावॉयलेट किरणें साल के किसी भी महीने के मुकाबले तेज होती हैं, जिससे त्वचा में सनबर्न, चकत्ते, मुहांसे, काले धब्बे और झुर्रियां पड़ने का खतरा रहता है। सनस्क्रीन लगाने से त्वचा पर एक परत बन जाती है, जो सूरज की किरणों को त्वचा तक पहुंचने से रोकती है। इसलिए बाकी किसी मौसम में भले आलस करें, लेकिन गर्मियों के मौसम में खासकर मई-जून की झुलसती गर्मियों के दिनों में जब भी घर से बाहर निकलें, त्वचा पर सनस्क्रीन जरूर लगाएं। यह आपकी कोमल, मुलायम त्वचा को अल्ट्रावॉयलेट किरणों से बचाती है और सनबर्न से भी।

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खूब पीएं पानी
गर्मियों में त्वचा को झुलसने से बचाने का एक तरीका ये भी है कि इन दिनों शरीर डी-हाइड्रेशन न होने पाये यानी लगातार खूब पानी पीएं ताकि शरीर में पानी की कमी न हो। दरअसल पानी शरीर के तापमान को तो नियंत्रित करता ही है, अगर गर्मियों में लगातार शरीर में पर्याप्त पानी बना रहता है तो त्वचा पर पड़ने वाले दाग, धब्बे और चकत्ते नहीं होते। इससे त्वचा शुष्क नहीं होती और चमकदार बनी रहती है। शरीर में अगर पर्याप्त पानी होता है तो त्वचा में रक्तप्रवाह बेहतर रहता है और उम्र बढ़ने की रफ्तार धीमी पड़ जाती है। शरीर में भरपूर पानी होने से त्वचा के रोमछिद्र खुलते हैं और विषैले पदार्थ व गंदगी निकल जाती है। गर्मियों में पर्याप्त पानी पीने से त्वचा का लचीलापन बरकरार रहता है, कील, मुंहासों की समस्या नहीं होती, असमय झुर्रियां पड़ने की आशंका नहीं होती और सबसे बड़ी बात यह कि पानी से त्वचा का रंग एक जैसा बना रहता है।
स्किन को एक्सफोलिएट करें
किसी भी मौसम में त्वचा को एक्सफोलिएट करना जरूरी है, लेकिन गर्मियों में हर हाल में एक्सफोलिएट करते रहना चाहिए। क्योंकि इससे त्वचा की सतह से मृत त्वचा कोशिकाएं निकल जाती हैं, तो त्वचा चिकनी, मुलायम व चमकदार हो जाती है। इससे त्वचा को सांस लेने में आसानी होती है, क्योंकि एक्सफोलिएट किए जाने से त्वचा के बंद छिद्रों से विषैले पदार्थ निकल जाते हैं। गर्मी के दिनों में एक्सफोलिएट करने से एक्ने और पिंपल की समस्या कम होती है, झुर्रियां कम बढ़ती हैं। एक्सफोलिएट करते रहने से त्वचा में कसाव आ जाता है और उसमें प्राकृतिक तरीके से तेल बनने लगता है। साथ ही गर्मियों में त्वचा को एक्सफोलिएट करने से ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है।
ज्यादा मेकअप न लगाएं
गर्मियों में त्वचा में ज्यादा मेकअप इसलिए नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि मेकअप प्रोडक्ट्स को बनाने में कई ऐसी चीजों का इस्तेमाल होता है, जिनसे गर्मियों के मौसम में एलर्जी हो सकती है। चेहरे पर रैशेज की समस्या हो सकती है। बहुत ज्यादा दाने निकल आ सकते हैं तथा मुंहासे ज्यादा भद्दे लगने लगते हैं। इन दिनों ज्यादा हैवी मॉश्चराइजर से भी बचना चाहिए। हैवी मेकअप से त्वचा के रोम छिद्र बंद हो जाते हैं, जिससे स्किन सेल्स डैमेज होने लगते हैं। साथ ही त्वचा को सांस लेने में दिक्कत महसूस होती है। ऐसी स्थिति में त्वचा का रंग फीका हो जाता है।


अच्छे से मेकअप रिमूव करें
गर्मियों में बेहतर त्वचा के लिए मेकअप को सही तरीके से रिमूव करना भी जरूरी होता है। क्योंकि पसीने और नमी के कारण मेकअप पैचेज में बदल जाता है। इस समय मेकअप हटाने से त्वचा की सतह से सौंदर्य प्रसाधनों, अशुद्धियों और गंदगी को निकलने का मौका मिलता है। सही से मेकअप रिमूव किये जाने की वजह से त्वचा में मौजूद गंदगी निकल जाती है, जिससे रह रहकर होने वाली जलन कम हो जाती हैं। इससे त्वचा तेजी से बूढ़ी भी नहीं होती। ब्लैक हैड्स की समस्या भी सही तरीके से मेकअप रिमूव करने से खत्म हो जाती है। - इ.रि.सें.

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