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खुशदिल लोगों का दिलकश शहर

06:39 AM Jun 28, 2024 IST
खुशदिल लोगों का दिलकश शहर
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अमिताभ स.
दुनिया के किसी भी शहर से स्विस एयर की उड़ान भरें, गंतव्य पर उतरने से ऐन पहले स्विस चॉकलेट से मुंह मीठा कराया जाता है। इसकी कम दूरी या ज्यादा दूरी की हर उड़ान के दौरान कूल स्विस आइसक्रीम भी खाने के लिए जरूर पेश की जाती है। खाते-खाते अहसास हो जाता है कि स्विस चॉकलेट और आइसक्रीम का दुनियाभर में नाम क्यों है। यूं ही, स्विट्ज़रलैंड सबसे खुशहाल और खुशदिल लोगों का देश है और इसका सबसे दिलकश शहर ज्यूरिख है। कुदरती नजारे, हेरिटेज रंग और उच्चतम श्रेणी के जीने का दर्जा ज्यूरिख को दुनिया के रहने लायक़ दस सर्वश्रेष्ठ शहरों में शुमार करता है। नए-पुराने का अनुपम मेल, टॉप का पब्लिक ट्रांसपोर्ट, अव्वल दर्जे की साफ-सफाई, जीरो प्रदूषण और भ्रष्टाचार मुक्त खूबियां ज्यूरिख को पहली क़तार में खड़ा करती हैं।
ज्यूरिख की कुदरती फिजाएं भी दिल खुश कर देती हैं। उत्तर में जूरा पर्वत और दक्षिण में एल्प्स पर्वत शाखाओं के नजारों के क्या कहने। नदियां, झील, पर्वत-शिखर और शहरी खूबसूरती भी दाद देने लायक है। खासियत है कि यह यूरोप की हर अदा समेटे हैं। खरीदारी, शहरी ग्लैमर, नाइट लाइफ... यानी हर लिहाज से दिल लगने वाला मुल्क है। यहां जर्मन, फ्रेंच, इटेलियन और रोमन संस्कृति और भाषाओं का बोलबाला है। इसलिए अलग-अलग शहरों में अलग-अलग भाषाएं बोली जाती हैं।

रेल और साइकिलें

ज्यूरिख में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को इतनी अहमि​यत है कि शहर का सारा ताना-बाना ही बान होफ के इर्द-गिर्द बुना गया है। वहां रेलवे स्टेशन को बान होफ कहा जाता है। स्टेशन के एकदम सामने बान होफ स्ट्रासे नाम की शानदार शॉपिंग सड़क है। लंबी है करीब एक किलोमीटर लम्बी और स्टेशन से ज्यूरिख लेक तक जाती है। लंदन की ऑक्सफोर्ड शॉपिंग स्ट्रीट की तरह इसका भी बड़ा रुतबा है। सड़क के इधर-उधर दुनिया के टॉप ब्रांडों के भव्य स्टोर्स हैं। ​घड़ियों के एक से एक शोरूम हैं। स्विस घड़ियां दुनिया में सबसे शीर्ष मानी ही जाती हैं। इसके अलावा देखने लायक खास इलाकों में ओल्ड टाउन, ग्रॉस मुंसटर चर्च और सेंट पीटर्स चर्च हैं।
ज्यूरिख के दिल में बान होफ है और महज 4 घंटे के ट्रेन सफर से पूरा स्विट्ज़रलैंड घूम सकते हैं। कई रेल गाड़ियां डबल डेकर भी हैं। ट्रेनों में धक्का-मुक्की और सीटों के लिए मारामारी नहीं होती। ट्रेनें हर लिहाज से वर्ल्ड क्लास समझिए। रेस्टोरेंट और मिनीबार से लेस ट्रेनें समय की पाबन्द भी हैं। समय पर रवाना होती हैं और गंतव्य पर पहुंचती हैं। रास्ते के स्टेशनों पर 1-1 मिनट ही रुकती हैं। एल्प्स पहाड़ों के छोटे- छोटे पहाड़ी गांव तक ट्रेन से जुड़े हैं। हर ट्रेन में फैमिली जोन, चाइल्ड जोन, बिजनेस जोन वगैरह तय किए गए हैं। ट्रेवल के मकसद के मुताबिक अलग-अलग रेलें भी हैं। ज्यूरिख से चलती ग्लेशियर एक्सप्रेस बर्फीले इलाकों में घुमाती है, तो गोल्डन पास ट्रेन सुहावने दृश्यों के रास्तों पर सैर कराती है। एक है चॉकलेट ट्रेन है, जो नामी चॉकलेट फैक्ट्रियों के टूर पर ले जाती है।
सड़कों पर पैदल चलना लोगों को खूब पसंद है। पैदल चलने वालों की सहूलियत के लिए सड़कों के दो तिहाई हिस्से पर फुटपाथ हैं, एक-तिहाई पर ही यातायात दौड़ता है। ट्रैफिक लाइटों पर, ट्रैफिक बड़े अदब से जेबरा क्रॉसिंग के पीछे रुक जाता है, ताकि पैदल चलने वाले हिफाजत से सड़क पार कर सकें। लोकल ट्रेन, ट्राम, बस और टैक्सियों की बेहतरीन सर्विस के बावजूद ज्यूरिख में साइकिल चलाने वाले भी बहुत हैं। कारें छोटी-छोटी हैं, बाइक और अन्य दुपहिया तो नज़र ही नहीं आते। सड़कों पर बाकायदा साइकिल ट्रेक है। रेल के कुछ कोच के अंदर साइकिल पार्क करने के लिए स्पेशल स्टैंड बने हैं। साइकिल और पालतू कुत्तों को ट्रेन में ले जाने के लिए बाकायदा अलग टिकट लेनी पड़ती है।

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झील, नदी और पानी

ज्यूरिख लेक की खूबसूरती के क्या कहने। ज्यूरिख के बीचोंबीच बहती सबसे बड़ी लीमत नदी के किनारे सेंट पीटर्स चर्च के चारों ओर क्लॉक फेस हैं। हर तरफ घड़ी का घेरा 9 मीटर के करीब है और यह यूरोप का सबसे बड़ा चर्च टॉवर क्लॉक फेस है। उधर ज्यूरिख लेक के किनारे ग्रीक हीरो गेनी मेड का पत्थर की प्रतिमा ध्यान खींचती है।
लीमत नदी के आर-पार जाने के लिए ज़रा-ज़रा दूरी पर कई पुल हैं। इनमें से एक लव लॉक ब्रिज खास है। यह पुल संकरा है और खासतौर से पैदल चलने वालों के लिए बना है। इस पर साइकिलें भी चलती हैं। पुल का फर्श लकड़ी का है और दोनों तरफ लोहे की जंगले-नुमा चकौर ग्रिल है। ​आते-जाते सैलानी जंगले देख-देख दंग रह जाते हैं। हैरानी की बात है कि जंगले पर किस्म- किस्म के ढेरों ताले लगे हैं- अलग-अलग डिजाइन, साइज़ और आकार के। किसी- किसी के संग प्यार-मुहब्ब्त के संदेश लिखे टैग भी लटकते हैं। ऐसा क्यों? असल में, प्यार करने वाले युगल सदा-सदा जीने-मरने की कसमें खा कर जंगले पर ताले लगाते हैं। और ताले कभी न खोलने के लिए ताले की चाबी लीमत नदी में फेंक देते हैं।
ज्यूरिख में 1200 से ज़्यादा फव्वारे हैं- दुनिया के किसी एक शहर में सबसे ज्यादा कह सकते हैं। फव्वारों का पानी इतना साफ-स्वच्छ है कि पीने लायक है, और लोग पीते हैं। पानी ठंडा है और मीठा भी। फव्वारे नल के आकार के हैं और हर वक्त बहते रहते हैं। क्योंकि नलों पर खोलने-बंद करने के लिए टूटी नहीं लगी। स्विट्ज़रलैंड में पीने का पानी मुफ्त है, लेकिन पब्लिक टॉयलेट्स फ्री नहीं हैं। सार्वजनिक स्थानों में पब्लिक शौचालय हैं ही नहीं। मैकडोनाल्ड, केएफसी जैसे फास्ट फूड रेस्टोरेंटों में हैं, जहां इनका इस्तेमाल करने पर शुल्क अदा करना पड़ता है। रेस्टोरेंटों में भी शौचालय भी कोई यूं ही इस्तेमाल नहीं कर सकता। इसके अंदर जाने के लिए दरवाजा तभी खुलता है, जब खाने के बिल पर बने बार-कोड को स्कैन किया जाए।

एकदम सुरक्षित

ज्यूरिख में ज्यादातर लोग जर्मन बोलते हैं। फ्रेंच, इटेलियन और रोमन भाषाएं भी बोली जाती हैं। अंग्रेजी सभी समझते हैं और जरूरत पड़ने पर बोलते भी हैं। सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 9 से शाम 8 बजे तक बाजार खुलते हैं। शनिवार शाम 5 बजे के बाद बाजार बंद हो जाते हैं और इतवार फुल छुट्टी। हालांकि, ‘कूप’ नाम के डेली नीड स्टोर्स सातों दिन 24 घंटे खुले रहते हैं। दुकानों पर शटर नहीं हैं। भीतर जगती लाइटों के साथ शोरूम यूं बंद होते हैं कि लगता है कि खुले हुए हैं। कांच की शोविंडो नुमा दीवारें हैं और चोरी का कोई खतरा नहीं है। ज्यूरिख एकदम सुरक्षित है। रात-रातभर अकेली लड़कियां सड़कों पर बेफिक्री से घूम-फिर सकती हैं।
शतरंज बड़ा टाइम पास का साधन ​है। लोग आइस एडवेंचर के भी शौकीन हैं। सारा साल कोई न कोई सर्कस भी चलता रहता है। गर्मियों में नदी और झील के किनारों पर रौनकें बढ़ जाती हैं। लीमत नदी के किनारे-किनारे ओपन रेस्टोरेंट्स भी हैं। लोग रेस्टोरेंट के अंदर बैठने की बजाय इनके बाहर फुटपाथ पर लगे मेज-कुर्सियों पर बैठ कर खाते-पीते हैं।
ज्यूरिख पैसा, वित्त और बैंकों का शहर है। इसका अपना ‘स्विस कसीनो ज्यूरिख’ खास है। वीकेंड पर मस्ती का धमाल होता है। नाइट क्लब, कैबरे, स्ट्रिप क्लब वगैरह रंगीनियों पर रोक-टोक नहीं है। स्विस लोग आलू, सलाद और मुसली के व्यंजन चाव से खाते हैं। आस्ट्रेलियाई रेस्टोरेंट्स में कंगारू, जेबरा और मगरमच्छ तक के व्यंजन अलग मिलते हैं।

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कहां है ज्यूरिख

* स्विट्ज़रलैंड यूरोप के बीचोंबीच फ्रांस, जर्मनी, ऑस्टि्रया और इटली से घिरा है।
* स्विट्ज़रलैंड की आबादी 90 लाख के आसपास है और अकेले ज्यूरिख की 9 लाख से ज़रा कम है।
* राजधानी बर्न है, जबकि ज्यूरिख सबसे बड़ा और मशहूर शहर है। इसलिए ज्यादातर सौलानी पहले ज्यूरिख जाना पसन्द करते हैं।
* आमतौर पर बेहद ठंडा है। इसका 30 फीसदी हिस्सा पहाड़ों से ढका है। इसलिए जहां- जहां जाएं, हरियाली, बर्फ और मदमस्त कूल हवाएं दीवाना बना देती हैं।
* ज्यूरिख में भी अच्छी-खासी ठंड और बर्फ पड़ती है। इसलिए हर साल अप्रैल के दूसरे सोमवार को सर्दी जाने का जश्न मनाया जाता है।
* अप्रैल से अक्तूबर तक मौसम सबसे खुशनुमा होता है। इन महीनों में रात अंधेरा साढ़े 9 बजे के बाद ही कहीं होता है, जबकि सर्दियों में शाम 5 बजे ही रात हो जाती है।
* दिल्ली से ज्यूरिख जाने के लिए स्विस एयर की सीधी उड़ान बेस्ट है। पहुंचने में करीब 8 घंटे लगते हैं। समय के लिहाज से, दिल्ली से साढ़े 3 घंटे पीछे है।
* करेंसी स्विस फ्रैंक है। आजकल एक स्विस फ्रैंक करीब 93 रुपये का है।

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