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डीक्रूटा का आरोप-प्रशासन उड़ा रहा है विवि. एक्ट की धज्जियां

06:55 AM Jul 02, 2024 IST

सोनीपत, 1 जुलाई (हप्र)
दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीसीआरयूएसटी), मुरथल की टीचिंग एसोसिएशन डीक्रूटा का कहना है कि विश्वविद्यालय एक्ट के अनुसार 5 प्रोफेसर व डीन ईसी (एक्जीक्यूटिव कमेटी) के सदस्य होते हैं, लेकिन 4 जुलाई को अपने मनमर्जी के निर्णय लेने के लिए विवि. प्रशासन ने विश्वविद्यालय एक्ट की धज्जियां उड़ा दी है। डीक्रूटा के प्रधान डॉ. सुरेंद्र दहिया ने कहा कि विश्वविद्यालय का एक्ट प्रदेश की विधानसभा में पास होता है। उसके बाद विश्वविद्यालय के लिए एक्ट की अनुपालना पूर्ण रूप से जरूरी है। विश्वविद्यालय के एक्ट को किसी भी हालत में तोड़-मरोड़ कर पेश नहीं किया जा सकता है। 4 जुलाई को विश्वविद्यालय में ईसी की मीटिंग का आयोजन किया जा रहा है। विश्वविद्यालय एक्ट के अनुसार ईसी में 5 सदस्य विश्वविद्यालय के डीन व प्रोफेसर होते हैं। लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक बार फिर मनमानी करते हुए सिर्फ दो को ही ईसी का सदस्य रखा है ताकि बैठक में अपनी मनमर्जी के निर्णय करा सके।
उन्होंने कहा कि ईसी की मीटिंग में विश्वविद्यालय, छात्रों, कर्मचारियों व शिक्षकों से संबंधित पॉलिसी बनाई जाती है तथा निर्णय लिए जाते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मनमाना निर्णय लेने के लिए ईसी से डीन व प्रोफेसरों को दूर रखा जा रहा है ताकि ईसी की मीटिंग में डीन व प्रोफेसर गलत पॉलिसी या निर्णय का विरोध न कर सकें। डीक्रूटा ने आरोप लगाया है कि विवि. प्रशासन विश्वविद्यालय को बर्बाद करने पर तुला हुआ है। विश्वविद्यालय प्रशासन न तो छात्र हितों और न ही कर्मचारी व शिक्षक के हितों में कार्य करता है, बल्कि इसके विपरीत केवल स्वयं के स्वार्थ साधन के निर्णय लेता है।
डीक्रूटा ने इस संबंध में अपना विरोध जता दिया है।

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