सुख, समृद्धि और संस्कृति का पर्व है दिवाली : नायब सैनी
बाबैन, 1 नवंबर (निस)
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बाबैन में भाजपा कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और क्षेत्र के गणमान्य लोगों के साथ दीपावली का पावन पर्व मनाया। इस अवसर पर उन्होंने लोगों को दीपावली की शुभकामनाएं दी और उनका मुंह मिठाई से भी मीठा करवाया। बाबैन पहुंचने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए उन्हें पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपावली हिंदू धर्म का सबसे प्रमुख त्योहार है, जो अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक है। उन्होंने भगवान राम का उल्लेख करते हुए कहा कि जब वे रावण पर विजय प्राप्त कर 14 वर्षों के वनवास के बाद अयोध्या लौटे, तब लोगों ने उनके स्वागत में नगर को दीपों से सजाया था। इस परंपरा को हर वर्ष दिवाली के रूप में मनाया जाता है। सैनी ने कहा कि दिवाली का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व ही नहीं, बल्कि यह सुख, समृद्धि और खुशहाली का पर्व भी है। इस दिन मां लक्ष्मी, भगवान गणेश और भगवान कुबेर की पूजा की जाती है। दिवाली की रात मां लक्ष्मी घर-घर में आती हैं और समृद्धि का वरदान देती हैं।
उन्होंने आगे कहा कि दिवाली का त्योहार परिवारों को जोड़ने का कार्य करता है और समाज में एकता और सहयोग की भावना को बढ़ावा देता है। लोग इस अवसर पर अपने घरों की साफ-सफाई करते हैं, सजावट करते हैं, नए वस्त्र पहनते हैं, एक-दूसरे को उपहार देते हैं और पुराने मनमुटाव को भुलाकर आपसी संबंधों को सुदृढ़ करते हैं। मुख्यमंत्री ने दिवाली के दौरान पटाखों के उपयोग को लेकर बढ़ती चिंताओं का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि पटाखों के कारण वायु और ध्वनि प्रदूषण बढ़ता है, जिससे बीमार लोगों को परेशानी होती है। इसलिए, उन्होंने सभी से इको-फ्रेंडली दिवाली मनाने की अपील की।