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दिव्यांशु बुद्धिराजा ने जांच प्रक्रिया में भाग लेने से किया इनकार

08:36 AM Aug 20, 2024 IST
पानीपत में मीडिया से बात करते दिव्यांशु बुद्धिराजा

पानीपत, 19 अगस्त (हप्र)
करनाल लोकसभा सीट से पूर्व सीएम एवं मौजूदा केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले कांग्रेस के प्रत्याशी दिव्यांशु बुद्धिराजा सोमवार को लघु सचिवालय स्थित जिला चुनाव कार्यालय पहुंचे। उन्होंने लोकसभा चुनाव में ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। उन्होंने पानीपत व करनाल जिलों की दो-दो ईवीएम की चैकिंग व वेरिफिकेशन को लेकर 47 हजार रूपये प्रति ईवीएम के अनुसार फीस भी जमा करवाई थी। चुनाव आयोग की उसी जांच प्रक्रिया के तहत पानीपत जिले की दो ईवीएम की चैकिंग व वेरिफिकेशन सोमवार को पानीपत जिला चुनाव कार्यालय में होनी थी और उसके लिये ही कांग्रेस के प्रत्याशी रहे दिव्यांशु बुद्धिराजा को चुनाव कार्यालय में बुलाया गया था। इस प्रक्रिया के दौरान डीसी एवं जिला चुनाव अधिकारी डाॅ. वीरेद्र कुमार दहिया, एडीसी डाॅ. पंकज यादव, सीटीएम टीनू पोशवाल व चुनाव कार्यालय की नायब तहसीलदार सुदेश राणा और बीएचईएल(भेल) के इंजीनियर भी मौजूद थे। वहीं दिव्यांशु बुद्धिराजा ने दो ईवीएम की चैकिंग व वेरिफिकेशन की प्रक्रिया के दौरान अपने तीन प्वाइंट अधिकारियों के समक्ष रखे गये, जिसमें उन्होंने कहा कि ईवीएम को 25 मई वोट डाले जाने वाले दिन की तारीख पर ही सेट करने, ईवीएम में उसी तरह से पार्टियों के सिंबल सेट करने और ईवीएम में वोट डालकर उनका वीवी पैट की पर्चियों से मिलान करने की मांग की गई। दिव्यांशु बुद्धिराजा ने बताया कि भेल के इंजीनियर ने अपने उच्च अधिकारियों के बात करने के बाद अधिकारियों ने उनके इन तीनों ही प्वाइंट पर ऐसा करने से मना कर दिया गया। दिव्यांशु बुद्धिराजा ने कहा कि ईवीएम में 25 मई की बजाय आज की तारीख 19 अगस्त और पार्टियों के सिंबल की बजाये डंमी सिंबल सेट करने की बात कही गई। उसने ईवीएम में वोट डालकर, उनका वीवी पैट मे निकलने वाली पर्ची से मिलान करने को कहा गया लेकिन उनके तीनो ही प्वाइंटों पर ऐसा करने से मना कर दिया गया है। दिव्यांशु बुद्धिराजा ने कहा कि यदि चुनाव आयोग पूरी तरह से निष्पक्ष है तो उनको ऐसा करने में क्या दिक्कत है। बुद्धिराजा ने कहा कि वे स्वयं एक इंजीनियर है और उनको पता है कि सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी हो सकती है। चुनाव आयोग चाहे तो इन तीनो बिंदुओं पर संतुष्ट कर सकता है, तारीख भी सेट की जा सकती है और सिंबल भी दोबारा लोड किए जा सकते हैं लेकिन जब इन तीनों ही उनके प्वाइंटों को अस्वीकार कर दिया गया तो उन्होंने भी वेरिफिकेशन व चैकिंग के लिए मना किया है। उन्होंने कहा कि जब से ईवीएम का प्रयोग करना शुरू हुआ है, उसके बाद से पहली बार सर्वोच्च न्यायालय की गाइडलाइन पर यह जांच हो रही है। उन्होंने कहा कि अगर किसी व्यक्ति में कोई दोष नहीं है तो उसे डर क्यों लगेगा? चुनाव आयोग यह क्यों कह रहा है कि वे तारीख को रीसेट नहीं करेंगे और पुराने सिंबल लोड नहीं करेंगे।

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‘फिर कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे’

दिव्यांशु बुद्धिराजा ने मीडिया से बात करते चुनाव में धांधली के गंभीर आरोप लगाये है और कहा कि लोकसभा चुनाव में ईवीएम से छेड़छाड़ की गई है। उन्होंने कहा कि वे फिर से कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे और सारी धांधली का जनता के समक्ष खुलासा करने का काम करेंगे। उन्होंने पूर्व सीएम मनोहर लाल को चेतावनी देते हुए कहा कि वे ईवीएम से चुनाव जरूर जीते हैं।

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