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दिग्विजय चौटाला को करना पड़ा किसानों के विरोध का सामना

08:57 AM Apr 11, 2024 IST
दिग्विजय चौटाला को करना पड़ा किसानों के विरोध का सामना
डबवाली के गांव पिपली में बुधवार को दिग्विजय चौटाला से सवाल करते किसान। -निस
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डबवाली, 10 अप्रैल (निस)
गांव पिपली में जजपा के वरिष्ठ नेता दिग्विजय चौटाला किसानों के विरोध का शिकार हुए। किसानों द्वारा तीखे सवालों व धरना लगाने के चलते दिग्विजय के काफिले को वापस लौटकर अन्य रास्ते से निकलना पड़ा। इससे पूर्व किसानों की सवालबाजी पर दिग्विजय व किसानों के मध्य तलखी भी हुई।
बता दें कि बुधवार को दिग्विजय चौटाला डबवाली क्षेत्र की पंजाबी बेल्ट में गांवों के दौरे पर थे। उनके आने की सूचना के मद्देनज़र किसान काफी अंख्या में एकत्रित हो गये। इससे पूर्व गत दिवस पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला व पार्टी सुप्रीमो अजय सिंह चौटाला भी विभिन्न जगह किसानों के विरोध को झेल चुके हैं। किसानों द्वारा भाजपा सरकार में सहयोगी होने के चलते सवालों की झड़ी लगाने पर दिग्विजय ने कहा कि ‘मैं पहले भी डट के भाजपा के खिलाफ था और आगे भी खिलाफ रहूंगा।’ उनकी एक भी स्टेटमेंट कभी भाजपा के पक्ष में साबित कर दो।
किसान नेता एसपी मसीतां द्वारा सवाल पूछे जाने पर क्या दुष्यंत चौटाला व नैना चौटाला भाजपा के साथ थे, इस पर दिग्विजय चौटाला के कहा कि वे दोनों भी भाजपा के साथ नहीं थे। गठबंधन सिर्फ प्रदेश के विकास के लिए हुआ था। किसान नेता खुशदीप हैबुआना, मनदीप देसूजोधा व जसवीर अलीकां ने जजपा नेता से कहा ‘कृप्या करके आप गांवों में न आयें, जो कार्य आप ने पहले कियें हैं, उनसे ही किसान गदगद हैं।’ इसके उपरांत किसान गाड़ियों के काफिले के आगे बैठ गये व दिग्विजय का काफिला वापस मुड कर अन्य रास्ते से रवाना हो गया।
जजपा नेता दिग्विजय ने विरोध के मध्य अपनी बात रखते हुए सरकार का हिस्सा होने के दौरान जजपा ने महिलायों को 50 प्रतिशत आरक्षण, बैकवर्ड क्लास को 8 प्रतिशत आरक्षण दिलाया व मंडियों में किसान की सही फसल खरीद दावा किया। जिस पर किसानों ने मंडियों में फसल खरीद न होने के आरोप लगते हुए नारेबाजी शुरू कर दी।इस मौके पर जजपा अल्पसंख्यक विंग के प्रदेशाध्यक्ष सरबजीत मसीतां व जुवा जजपा के जिला अध्यक्ष रणदीप मटदादु ने दिग्विजय की तरफ से मोर्चा संभालते हुए किसानों के विरोध को ग़ैरवाजिब बताया कि वह खुद भी किसान हैं। ऐसा विरोध कतई वाजिब नहीं है।

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