हरियाणा में बढ़ते क्राइम पर DGP हुए सख्त, एक साथ चार थानों के SHO सस्पेंड
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस, चंडीगढ़, 28 नवंबर
Haryana News: हरियाणा में कानून व्यवस्था के मुद्दे पर नायब सरकार काफी गंभीर हो गई है। पिछले दिनों रेवाड़ी में एक ज्वेलर्स के यहां हुई लूटपाट की वारदात पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कड़ी नाराजगी जताई। इसके बाद बृहस्पतिवार को डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने पुलिस मुख्यालय में कानून व्यवस्था के मुद्दे पर अहम बैठक की। डीजीपी के आदेशों पर लापरवाही बरतने के मामले में एक साथ हरियाणा के चार थानों के एचएसओ को सस्पेंड कर दिया गया।
पंचकूला स्थित पुलिस मुख्यालय में हुई इस बैठक में एडीजीपी (क्राइम ब्रांच) ममता सिंह, आईजी (पर्सोनल) राजश्री, पंचकूला के पुलिस आयुक्त राकेश आर्य, एआईजी (प्रोविजनल) कमलदीप गोयल, एआईजी (वेलफेयर) मोहित हांडा, एआईजी (एडमिन) हिमांशु गर्ग सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में प्रदेशभर के पुलिस आयुक्त व पुलिस अधीक्षक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये जुड़े।
डीजीपी ने पिछले दिनों रेवाड़ी में हुई ज्वेलर्स के साथ लूटपाट की घटना पर कड़ी नाराजगी जताते हुए लापरवाही बरतने वाले चार एचएसओ को सस्पेंड करने के आदेश दिए। बावल के थाना प्रभारी इंस्पेक्टर लाजपत, सिटी पुलिस स्टेशन इंचार्ज सुरेंद्र सिंह, मॉडल टाउन एसएचओ मुकेश चंद तथा रोहड़ाई थाना प्रभारी भगवत प्रसाद को सस्पेंड किया गया है। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी।
डीजीपी ने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने को लेकर कई बार दिशा-निर्देश व चेतावनी दी गई हैं। अब लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्रवाई भी होगी। उन्होंने कहा कि पुलिस फील्ड में अपनी मौजूदगी को प्रभावी बनाएं और संदिग्ध लोगों से पूछताछ करें। उन्होंने स्पष्ट कहा कि वे प्रत्येक स्तर पर कार्यरत अधिकारी अथवा कर्मचारी की काम को लेकर टास्किंग करें। काम को लेकर कर्मचारियों की रिपोर्टिंग व्यवस्था जितनी मजबूत व अच्छी होगी, फील्ड में पुलिस की कार्य प्रणाली उतनी ही बेहतर होगी।
उन्हें रोजाना सुबह काम दें और शाम को काम का हिसाब ले।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि अधिकारी काम को सुपरवाइज करते रहे। कपूर ने कहा कि काम के दौरान यदि कोई भी अधिकारी व कर्मचारी लापरवाही बरतता पाया गया तो उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई जरूर होगी। अपराधी वारदात को अंजाम देने से पहले जिस रास्ते का इस्तेमाल आने के लिए तथा घटना के बाद जाने के लिए करेगा, उस रूट में पड़ने वाले थाना प्रभारी तथा ड्यूटी पर तैनात स्टाफ की जिम्मेदारी तय की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि पुलिस फील्ड में संदिग्ध लोगों पर कड़ी नजर रखें और उनसे पूछताछ करें।
शस्त्र संचालन का कोर्स करवाएं
कपूर ने हरियाणा पुलिस की क्षमता निर्माण की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि जिला अधीक्षक नियमित तौर पर जिलों में नए आपराधिक कानूनो तथा शस्त्र संचालन के कोर्सेज करवाते रहें। जिलों में स्वाट टीमो के रिफ्रेशर कोर्सेज करवाएं और उन्हें रिव्यू करते रहें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक अपने जिलों में ज्वेलरों, बैंकों, पेट्रोल पंप तथा व्यापार संगठन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करते रहें। इस दौरान उनसे आवश्यक सावधानियां बरतने तथा पुलिस के साथ तालमेल स्थापित करने संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी साझा करें। साथ-साथ जिलों में इंस्टॉल किए गए सीसीटीवी कैमरे सही व उच्च गुणवत्ता के होने चाहिए। पुलिस अधीक्षक इन सीसीटीवी कैमरो को समय-समय पर चैक करते रहें कि ये ठीक से काम कर रहे हों।
फॉरेसिंग साइंस लैब में स्टॉफ बढ़ा
डीजीपी ने कहा कि हरियाणा पुलिस की फॉरेंसिक साइंस लैब में कार्यरत स्टाफ की संख्या को पहले की अपेक्षा दोगुना कर दिया है। अब फॉरेंसिक लैब में भेजे जाने वाले नमूनों की जांच पहले की अपेक्षा जल्दी हो सकेगी। उन्होंने कहा कि जिलों में भी फॉरेंसिक लैब स्थापित की जा रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे जिलों में स्थापित होने वाली इन फॉरेंसिक लैब को सुदृढ़ बनाएं ताकि जिला में एकत्रित होने वाले नमूनों के लिए वह सिंगल पॉइंट ऑफ कलेक्शन हो।