4 राज्यों के श्रद्धालुओं ने किया डेरे के समानांतर विशाल सत्संग
डबवाली, 8 सितंबर (निस)
मस्ताना शाह बिलोचिस्तानी आश्रम डेरा जगमालवाली को विरासत के आधार पर वीरेंद्र ढिल्लों के गद्दीनशीं होने के बाद भी धार्मिक द्वंद्व उफान पर है। डेरे के बड़ी संख्या में श्रद्धालु कथित तौर पर डेरा प्रमुख वीरेंद्र ढिल्लों को अपना ‘संत’ मानने को तैयार नहीं हैं। शनिवार देर रात पंजाब क्षेत्र के सीमावर्ती मैरिज पैलेस में डेरा जगमालवाली के समानांतर विशाल सत्संग (श्रद्धांजलि समारोह) के जरिये शक्ति प्रदर्शन किया गया। आयोजन में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली व उत्तर प्रदेश से हजारों श्रद्धालु एकत्रित हुए। समारोह में वकील साहिब की कथित हत्या की सीबीआई जांच व नार्को टेस्ट की मांग को दोहराया गया।
सत्संग आयोजकों ने स्पष्ट किया कि यह संघर्ष डेरे की गद्दी को लेकर नहीं, बल्कि गलत ढंग से डेरे का प्रबंध हथियाने के खिलाफ हैं। शनिवार को डेरा जगमालवाली में भी सत्संग आयोजित किया गया। दोनों समानांतर सत्संगों के चलते पंजाब व हरियाणा का पुलिस प्रशासन काफी चौकस दिखाई दिया। श्रद्धालुओं ने संघर्ष के लिए अलग से पूज्य परम संत मैनेजर साहिब सेवा सोसायटी गठित की है।
उधर, डेरा जगमालवाली के प्रमुख वीरेंद्र ढिल्लों से उनके मोबाइल नंबर पर संपर्क किया गया तो उनके सहायक ने कहा कि महात्मा जी व्यस्त हैं।