मांग के उधार फिर भी न हुआ उद्धार
डॉ. प्रदीप मिश्र
खबर थी कि फेसबुक का मेरा अकाउंट हैक करके हैकर्स, मेरे मित्रों से पैसे मांग रहे हैं। कुछ ने तो मेरी डीपफेक इमेज के जरिये मुझे बोलता हुआ दिखाकर, मुझसे पैसे मंगवाना शुरू कर दिया है।
लेकिन मैं निश्चिंत हूं। मैंने किसी से कभी नहीं कहा कि ‘मेरा अकाउंट हैक हो गया है... मेरे नाम से लोग पैसे मांग रहे हैं... उन्हें पैसे मत दीजिएगा...।’ मुझे अच्छी तरह मालूम है कि मेरे नाम से कोई किसी को धेला तक नहीं देगा। उन गधे हैकरों को ये नहीं मालूम कि जब साक्षात् मुझे कोई पैसे नहीं देता तो मेरे नाम से किसी को कोई पैसे क्यों देगा? जब हैकर्स को कहीं से कुछ नहीं मिला तो उन्हें लगा कि गलत आदमी का अकाउंट हैक कर लिया है... अकाउंट हैक करके अपराधी भी बने, और मिली चवन्नी तक नहीं... यह तो वही मिसाल हुई कि खाए-पिए कुछ नहीं और गिलास फोड़ने के बारह आने...
बहरहाल, जब लोगों को मेरा फेसबुक अकाउंट हैक करके और मेरी डीपफेक इमेज बनाकर, कोई लाभ नहीं हुआ तो खबर है कि हैकर्स, साइंस की फील्ड में और आगे बढ़े हैं और मेरा क्लोन (हूबहू मेरे जैसा आदमी) बना लिया है और अब उसके जरिए मेरे मित्रों के घर, साक्षात् जाकर पैसे मांग रहे हैं...। मेरा क्लोन बनाकर पैसे मांगने वाले जान लें कि मैं अपने निकट और दूरस्थ के सभी मित्रों और रिश्तेदारों से उधार में पैसे मांग चुका हूं। मेरे सर्वोत्तम संज्ञान में ऐसा कोई सगा नहीं है, जिसने उधार देकर मेरा उद्धार न किया हो...।
मेरे व्यक्तित्व एवं कृतित्व से जुड़ी एक मुख्य बात यह है कि उधार लेने के बाद, मुझ पर भूलने का, कभी न उतरने वाला नशा छा जाता है। यहां तक कि मुझे उधारी देने वाले मित्र का चेहरा, नाम, घर का पता भी याद नहीं रहता... इसलिए जहां पैसे मांगने जाएं तो यह पक्का कर लें कि वह बंदा कभी मेरा मित्र रहा भी है या नहीं?
साथ ही मेरे मित्रों से मेरा सादर अनुरोध है कि ओरिजिनल बंदे को दी गई उधारी को यदि भूल नहीं पाए हों तो भूलने का प्रयत्न करें... क्योंकि भूलना ही आपके स्वास्थ्य के लिए उत्तम औषधि होगी।
वैसे कभी कोई क्लोन वाला बंदा जब आपके घर उधार लेने आए तो आप निःसंकोच डायरेक्ट उसका कॉलर पकड़ लें और बेगिनती कार्रवाई करके उससे अपनी उधारी वसूल सकें तो वसूल लें... ईश्वर आपका सहायक हो... और मेरे क्लोन की आत्मा को शांति प्राप्त हो।