Desi Alternatives of Imported Superfoods देशी विकल्प भी हैं महंगे सुपरफूड के
कई वजहों से ऐसी धारणा बनी है कि विदेशी औऱ महंगे फल-सब्जी व अन्य खाद्य सामग्रियां सुपरफूड हैं। जबकि उनके बेहतर व किफायत वाले विकल्प हमारे देश में मौजूद जड़ी-बूटियों, सीड्स, मसालों व फल-सब्जियों में मिल जाते हैं।
शिखर चंद जैन
Desi Suoerfoods सुपरफूड ऐसे खाद्य पदार्थों को माना जाता है जो आम तौर पर लिये जाने वाले आहार से गुणवत्ता यानी पोषण के मामले में बेहतर हों। विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट जैसे पोषक तत्व इनमें बनिस्बत ज्यादा होते हैं। वहीं सेहत के लिए ज्यादा लाभदायक होते हैं। हाल के वर्षों में इंटरनेट पर मौजूद सामग्री और बड़ी-बड़ी हेल्थ पत्रिकाओं के माध्यम से लोगों में ऐसी धारणा बनी है कि विदेशी औऱ महंगे फल-सब्जी व अन्य खाद्य सामग्रियां सुपरफूड हैं। हेल्दी रहना है तो इनका सेवन करना फायदेमंद रहता है। जबकि हमारे देश में इनके सस्ते और गुणकारी विकल्प आसानी से मिल जाते हैं।
ग्रीन टी बनाम मसाला चाय
पश्चिमी देशों के कुछ हेल्थ एक्सपर्ट ग्रीन टी से ज्यादा फायदेमंद भारत की मसाला चाय को बताने लगे हैं। ऐसा सर्वे आदि में भी सामने आया है। इनका मानना है कि एंटीऑक्सीडेंट्स और फ्लेवोनॉयड्स ग्रीन, ब्लैक, रेड या व्हाइट हर तरह की चाय में होते हैं। लेकिन भारत की मसाला चाय में मिलाये जाने वाले इलायची, लौंग, अदरक, काली मिर्च और दालचीनी जैसे मसालों में मौजूद तमाम एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुणों का भी अतिरिक्त फायदा मिलता है।
गोजीबेरी बनाम आंवला
चीन के लोग लंबे समय से विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स के लिए गोजी बेरीज का सेवन करते रहे हैं। इसे उनकी दीर्घायु में भी मददगार माना जाता है। हमारे यहां आसानी से उपलब्ध आंवले में भी ये गुण भरपूर मात्रा में मिल जाते हैं। यह विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट का समृद्ध स्रोत होने के साथ पेट में अम्ल को संतुलित करने और हार्ट, फेफड़े आदि को मजबूत करने मे भी मददगार होता है। साथ ही यह एंटीकार्सिनोजेनिक यानी कैंसर रोधी भी माना जाता है।
केल बनाम पत्तागोभी
केल को विटामिन ए, सी और के की प्रूचर मात्रा और कैंसररोधी गुणों के लिए जाना जाता है। इसका विकल्प हमारे यहां पत्तागोभी के रूप में उपलब्ध है। पत्तागोभी में वे सारे गुण हैं जो केल में होते हैं, इसके अलावा इसमें कोलेस्ट्रॉल लेवल घटाने वाला पोटाशियम भी प्रचूर मात्रा में होता है। साथ ही यह शरीर से टॉक्सिन निकालने में भी कारगर साबित हुई है।
कीनवा बनाम अमरंथ
आकर्षक पैकिंग में विदेशी ग्रेन कीनवा खूब बेचा जा रहा है। इसमें प्रूचर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइबर, कैल्शियम, फॉस्फोरस और आय़रन होता है। साथ ही इसे संपूर्ण प्रोटीन का भी अच्छा स्रोत माना जाता है। इसकी कीमत से काफी सस्ता और बिल्कुल इसी जैसे गुणों से भरपूर हमारा देसी अनाज भी आसानी से मिल जाता है। इसे राजगिरा या रामदाना के नाम से भी जाना जाता है। इसका प्रयोग कई प्रकार के व्यंजनों व मिष्ठान्न बनाने में भी होता है। यह राज गिरा के पेड़ के बीज से बनता है।
चिया सीड्स बनाम फ्लैक्स सीड
इन दिनों दुनिया भर के हेल्थ एक्सपर्ट चिया सीड के सेवन की खूब सलाह दे रहे हैं। जाहिर है हमारे देश में भी इसके प्रति क्रेज बढ़ा है। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड्स भरपूर मात्रा में होते हैं, जो मस्तिष्क और हृदय की कार्यप्रणाली को दुरुस्त करने के साथ ज्वाइंट्स औऱ इम्यून सिस्टम को भी सपोर्ट देते हैं। हमारे देश में आसानी से उपलब्ध एवं इससे कहीं सस्ते फ्लैक्स सीड्स में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स चिया सीड्स से काफी ज्यादा होते हैं। साथ ही इसमें पोलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड्स और मोनो अनसैचुरेटेड फैट्स भी होती हैं जो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखते हैं।
क्लोरोफिल बनाम स्पीरुलीना
डाइट में क्लोरोफिल शामिल करने की विदेशी पोषण विशेषज्ञों की सलाह ने बहुत से लोगों को इम्प्रेस किया है। लेकिन हमारे यहां उपलब्ध स्पीरुलीना इससे किसी मामले में कम नहीं। पोषक तत्वों में भरपूर स्पीरूलीना में प्रचूर मात्रा में बीटा कैरोटीन, प्रोटीन, अमीना अम्ल, विटामिन ए, बी, सी, ई और के होने के साथ ही पोटाशियम, कैल्शियम, क्रोमियम, कॉपर, आयरन, मैग्नीशियम और क्लोरोफिल भी होते हैं। इसलिए महंगे विदेशी सुपरफूड्स के चक्कर में जेब ढीली करने से पहले इन सस्ते विकल्पों पर विचार जरूर कर लें।