US में अवैध आप्रवासियों का निर्वासन शुरू, सैन्य विमानों में बैठाकर किया देश से बाहर
वाशिंगटन, 25 जनवरी (भाषा)
US illegal immigrant deportation: डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में पदभार ग्रहण करने के मात्र चार दिन के भीतर ही, देश ने सैन्य विमानों का उपयोग करते हुए अवैध अप्रवासियों के लिए निर्वासन उड़ानें शुरू कर दी हैं।
अवैध आप्रवासियों का सामूहिक निर्वासन, ट्रंप के प्रचार अभियान के प्रमुख चुनावी वादों में से एक रहा है। इसके तहत, ट्रंप ने एक शासकीय आदेश पर भी हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें सूचना जारी की गई है कि भविष्य में बिना दस्तावेज वाले अप्रवासियों से पैदा होने वाले बच्चों को नागरिक नहीं माना जाएगा।
रक्षा विभाग ने कहा कि उसके दो विमानों ने अमेरिका से ग्वाटेमाला तक निर्वासन उड़ानें संचालित कीं। ‘व्हाइट हाउस' की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने बाद में संवाददाताओं को बताया कि ट्रंप की सीमा नीतियों के कारण पहले ही 538 अवैध आप्रवासियों को गिरफ्तार किया जा चुका है तथा पूर्व राष्ट्रपति ड्वाइट आइजनहावर के बाद पहली बार सैन्य विमानों का उपयोग कर निर्वासन उड़ानें शुरू की गई हैं।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर पोस्ट कर कहा, “निर्वासन उड़ानें शुरू हो गई हैं। राष्ट्रपति ट्रंप पूरी दुनिया को एक कड़ा और स्पष्ट संदेश दे रहे हैं कि अगर आप अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करते हैं, तो आपको गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।”
उत्तरी कैरोलिना में राष्ट्रपति ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा, “निर्वासन प्रक्रिया बेहद अच्छी तरह से जारी है। हम बुरे, खूंखार अपराधियों को बाहर निकाल रहे हैं। ये हत्यारे हैं। ये वे लोग हैं जो सबसे बुरे हैं, इतने बुरा आपने शायद ही किसी को भी देखा है। हम सबसे पहले इन्हें बाहर निकाल रहे हैं।”
तेल की कीमतों में कटौती करे ओपीईसी, इससे रूस-यूक्रेन युद्ध रुकेगा : ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपीईसी) से तेल की कीमतों में कटौती करने का अनुरोध किया है और उनका तर्क है कि इससे रूस-यूक्रेन युद्ध रुक जाएगा।
उन्होंने पहले भी ऐसा ही दावा किया था। स्विटजरलैंड के दावोस में वार्षिक विश्व आर्थिक मंच को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संबोधित करते हुए ट्रंप ने आरोप लगाया कि तेल निर्यातक देशों का ‘ओपेक प्लस गठबंधन' यूक्रेन में लगभग तीन साल से जारी संघर्ष के लिए जिम्मेदार है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने शुक्रवार को उत्तरी कैरोलिना में संवाददाताओं से कहा, “हम चाहते हैं कि ओपीईसी तेल की कीमत में कटौती करे। इससे यूक्रेन में हो रही त्रासदी स्वतः ही रुक जाएगी। यह दोनों पक्षों के लिए विनाशकारी त्रासदी है।”
संघर्ष में अब तक बड़ी संख्या में रूसी और यूक्रेनी सैनिकों के मारे जाने का जिक्र करते हुए ट्रंप ने कहा, “अभी तो केवल गोलियां चल रही हैं और लोग घायल हो रहे हैं। दस लाख से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं और वे हर सप्ताह हजारों लोगों को खो रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “यह पागलपन है। यह एक उन्माद भरा युद्ध है और अगर मैं राष्ट्रपति होता (तब) तो ऐसा कभी नहीं होता। यह पागलपन है कि ऐसा हुआ, लेकिन हम इसे रोकना चाहते हैं।”
ट्रंप ने कहा, ‘‘इसे जल्दी से रोकने का एक तरीका यह है कि ओपीईसी इतना पैसा कमाना बंद कर दे और तेल की कीमत कम कर दे। अगर आप इसे ऊंचा रखते हैं तो युद्ध इतनी आसानी से खत्म नहीं होने वाला। इसलिए, ओपीईसी को आगे आकर तेल की कीमत कम करनी चाहिए और युद्ध तुरंत रुक जाएगा।''
अमेरिकी राष्ट्रपति ने इससे पहले कहा था कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को यूक्रेन के साथ “समझौता करना चाहिए” तथा उन्होंने कहा था कि वे यथाशीघ्र पुतिन से मुलाकात करेंगे।
ट्रंप ने भारतीय-अमेरिकी पूर्व पत्रकार को ‘व्हाइट हाउस' का उप प्रेस सचिव नियुक्त किया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय-अमेरिकी पूर्व पत्रकार कुश देसाई को अपना उप प्रेस सचिव नियुक्त किया है। ‘व्हाइट हाउस' (अमेरिका के राष्ट्रपति का आधिकारिक कार्यालय एवं आवास) ने यह घोषणा की।
देसाई इससे पहले ‘रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन-2024' के लिए उप संचार निदेशक और आयोवा की रिपब्लिकन पार्टी के संचार निदेशक के रूप में काम कर चुके हैं। वह ‘रिपब्लिकन नेशनल कमेटी' में उप संचार निदेशक (पेंसिल्वेनिया) भी रह चुके हैं।
व्हाइट हाउस ने शुक्रवार को देसाई को नामित करने की सूचना दी। ‘व्हाइट हाउस ऑफिस ऑफ कम्युनिकेशंस' की देखरेख ‘डिप्टी व्हाइट हाउस चीफ ऑफ स्टाफ' और ‘कैबिनेट सचिव' टेलर बुडोविच करेंगे।
ट्रंप ने इससे पहले राष्ट्रपति के सहायक और व्हाइट हाउस संचार निदेशक पद पर स्टीवन चेउंग और राष्ट्रपति की सहायक और प्रेस सचिव पद पर कैरोलिन लेविट को नियुक्त करने की घोषणा की थी।