1300 को प्रदान की डिग्री, 6 को मानद उपाधि
फरीदाबाद, 28 अक्तूबर (हप्र)
मानव रचना शैक्षणिक संस्थान में शनिवार को दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। समारोह के दौरान इनमें 989 स्नातक, 300 स्नातकोत्तर व 13 पीएचडी समेत 1300 से ज्यादा विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की गई। 67 मेधावी विद्यार्थियों को पदक प्रदान कर सम्मानित किया गया। 6 को मानद उपाधियां प्रदान की गईं। इनमें पूर्व भारतीय मुक्केबाज पद्म विभूषण एमसी मैरी कॉम, भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस यूयू ललित, आश्रम गांधी पुरी के संस्थापक पद्मश्री आगुस इंद्र उदयन, साइकोट्रोपिक्स इंडिया लिमिटेड के संस्थापक नवदीप चावला, सुमन निर्मल मिंडा फाउंडेशन की चेयरपर्सन श्रीमती सुमन मिंडा और एडीपी प्राइवेट लिमिटेड में सीनियर वाइस प्रेजीडेंट डॉ विपुल सिंह शामिल रहे। मानव रचना यूनिवर्सिटी, मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज और मानव रचना डेंटल कॉलेज के इस संयुक्त दीक्षांत समारोह में भारतीय विज्ञान संस्थान के पूर्व निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर पद्मनाभन बलराम बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे। इस मौके पर एमआरईआई की चीफ पैट्रन सत्या भल्ला, अध्यक्ष डा. प्रशांत भल्ला, उपाध्यक्ष डा. अमित भल्ला, एमआरआईआईआरएस के उपकुलपति डॉ. संजय श्रीवास्तव, एमआरयू के उपकुलपति डॉ. आईके भट, महानिदेशक एमआरईआई डा. एनसी वाधवा मौजूद रहे।
दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए प्रो. पद्मनाभन बलराम ने कहा कि जिंदगी में असफलता सफलता के मुकाबले ज्यादा मिलती है, लेकिन इससे घबराना नहीं चाहिए। सीखने की प्रक्रिया जिंदगीभर चलती रहनी चाहिए। डॉ.प्रशांत भल्ला ने कहा कि आज का दिन विद्यार्थियों के कठिन परिश्रम, समर्पण और त्याग के परिणाम का दिन है।