डबवाली: आवारा पागल कुत्ते का उत्पात, 32 जनों को काटा, -कुत्ते को मार कर दफनाया, घायलों में छोटे बच्चे व महिलायें भी शामिल
इकबाल सिंह शांत/निस
डबवाली, 23 मार्च
शहर में आवारा कुत्तों के आंतक ने लोगों की जिंदगी खतरे में डाल रखी है। शनिवार को एक आवारा पागल कुत्ते ने उत्पात मचाते हुए डबवाली शहर व मंडी किलियांवाली (पंजाब) में करीब दो दर्जन लोगों को काट लिया। जबकि कल शुकवार को भी उक्त कुत्ते ने रेलवे स्टेशन क्षेत्र में आठ जनों को अपना निशाना बनाया था। कुत्ते के हमले का ज्यादातर शिकार बच्चे व महिलाएं बनी हैं। बड़ी संख्या में लोगों को काटने के मामले आने पर पागल कुत्ते को मार दिया गया। लगभग सभी घायलों को एम्स बठिंडा में रेफर कर दिया गया। एम्स में घायलों को एक अलग वार्ड में रख कर उपचार किया जा रहा है। कुत्ते द्वारा काटने के पीड़ितों में सब्जी मंडी आढतिया एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक गुप्ता भी शामिल हैं, जिन्हें निजी हस्पताल में दाखिल करवाया गया।
- पागल कुत्ते ने रेलवे स्टेशन, सब्जी मंडी व मुख्य बाज़ार क्षेत्र के इलावा मंडी किलियांवाली के मालवा रोड पर भी पूरा उत्पात मचाया। मालवा रोड पर झुग्गी-झोंपड़ी में रहते परिवार की खेल रही पांच वर्षीय बच्ची मुस्कान पर हमका करके उसके चेहरे पर बुरी तरह से काट खाया, नजदीक ही बर्तन धो रही लक्ष्मी नामक महिला को गले पर हमला किया। लोगों ने बताया कि यदि मौके वह इकठ्ठा होकर लाठियों आदि से न भगाते तो कुत्ते ने बच्ची व महिला की जान ले लेता। पिता के लिए दवाई लेने जा रहे बच्चे पारस को भी कुत्ते ने हमला करके घायल कर दिया।
शनिवार को प्रात: लगभग दस बजे भूरे रंग के पागल कुत्ते द्वारा सब्जी मंडी क्षेत्र में लोगों को काटने का शोर मचाया गया। खौफजदा लोग अपने घरों व दुकानों में दुबकने लगे। उसी दौरान कुते के काटने से घायल हुए मरीज लगातार सिविल हस्पताल डबवाली में पहुँचने लगे, चंद मिंटों में कई घायल मरीज आने पर हस्पताल के स्वास्थ्य कर्मी व डॉक्टर भी हैरान-परेशान हो गये। कुत्ते की लाश की फोटो वायरल होने पर लोगों ने चैन की सांस ली।
कुत्ते द्वारा काटने से घायलों में जगसीर सिंह वासी वडिंगखेडा, डबलू कुमार वासी डबवाली, काला सिंह, रिंकी रानी पत्नी तिलक राज, अंशु पुत्री राज कुमार, गीता पत्नी रामेश्वर, परमिंदर सिंह वासी मंडी किलियांवाली, शरबती, राकेश कुमार, ज्योत राम, लक्ष्मी, नारायण, मधु, अमित कामरा, लवली मेहता, परविंदर सिंह, पारस, पवन सिंगला, हरबंस सिंह, सुखपाल सिंह भी शामिल हैं। सिविल हस्पताल डबवाली के एसएमओ डॉ. सुखवंत सिंह हेयर ने बताया कि सभी घायलों को जरूरी प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए एम्स बठिंडा रेफर कर दिया गया। नगर परिषद के उप चेयरमैन अमनदीप बांसल ने बताया कि मरे हुए कुत्ते को जमीन में दफना दिय1
आवारा कुत्ते व बेसहारा गौवंश: नप डबवाली की ‘रटी-रटायी’ कहानी
शहर में बंदरों, आवारा कुत्तों व बेसहारा गौवंश लोगों के लिए बड़ी समस्या बने हुए हैं। नगर परिषद डबवाली के पास प्रत्येक कार्य के लिए अपना एक खूबसूरत बहाना है। शनिवार को पागल कुत्ते द्वारा थोक में काटने की घटना ने सरकारी तंत्र पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बता दें कि हरियाणा में बकायदा कुत्तों के लिए सख्त सरकारी नीति है, जिसे लागू करने के लिए डबवाली में एक कदम भी नहीं उठ सका, अब बचाव के लिए चुनाव आचार संहिता का पुख्ता बहाना है। इस बहानेबाज़ी के आलम में काफी लोगों की जान पर बन आई है, अफसरशाही को कार्यवाही के लिए ‘कोल्हापुरी’ दवाई की जरूरत है। शहर में गलियां ठेकेदारों द्वारा मनमर्जी से बिना जरूरत गलियाँ ऊँची उठा दीजाती हैं, पर लोगों की जिदगी के लिए कानून की सख्त आड़े आ जाती है।
नप ईओ सुरिन्दर कुमार बताते हैं कि शहर में प्रत्येक गली चौराहे पर खड़े गौवंश के लिए टेंडर किया गया तो गौशाला व नंदीशाला के पास स्पेस नहीं होने कि समस्या खड़ी हो गयी। नप ने बंदरों को पकड़ने के टेंडर का ठेकेदार हाथ खड़े कर काम छोड़ गया। विडंबना है कि नगर परिषद को हर कदम के लिए टैक्स देने वाले आम लोग उक्त समस्यों के लिए किसके पास जाये। अब लोगों का कहना है कि उन्होंने नप की ‘चौधर’ गलत हाथों में सौप दी। नप सूत्रों का खौफ है कि यदि वह अपने स्तर पर कुत्ते पर कार्यवाही अमल करते हैं तो ओ पशु क्रूरता कानून की कार्यवाही उनकी जन सांसत में डाल देगी।