मां भद्रकाली शक्तिपीठ में दर्शनों के लिए उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
कुरुक्षेत्र, 13 जुलाई (हप्र)
धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र में विराजमान मां भद्रकाली शक्तिपीठ में आज से आषाढ़ मास के गुप्त नवरात्रे धूमधाम से मनाए जा रहे हैं। पीठाध्यक्ष सतपाल शर्मा ने बताया कि श्रीमद् देवीभागवत के अनुसार वर्ष में दो बार गुप्त नवरात्रे भी माघ और आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष में प्रारंभ होते हैं। यह चारों नवरात्र ऋतु व प्रकृति परिवर्तन का स्वागत करने के लिए मनाए जाते हैं।
सभी भक्त आदिशक्ति मां सरस्वती देवी, मां लक्ष्मी जी व दशमहाविद्याओं में प्रथम मां काली जी का ध्यान-मनन पूजन-अर्चन कर अपनी आध्यात्मिक शक्तियों को नवरात्रों के शुभ समय में जागृत करते हैं। गुप्त नवरात्र व्रत से षट्कर्मो की सिद्धि और मनोकामना पूर्ति होती है।
पीठाध्यक्ष ने कहा कि गुप्त नवरात्र आध्यात्मिक रूप से भी महत्वपूर्ण है। यह पर्व आत्मिक और मानसिक शुद्धि का उत्सव है। इसे चेतना का पर्व भी कहा जाता है और समस्त मां के भक्तों को अपनी चेतना जागृत का प्रयास जरूर करना चाहिए। आज 51 ब्राह्मणों द्वारा महासप्तमी पूजा आयोजित की गई, जिसमें 10 महाविद्याओं के मूल मंत्रोचारण किया गया।
उन्होंने यह भी बताया कि यह 10 महाविद्याएं मां पार्वती के 10 गुणों का विस्तार रूप है। नवरात्रि के प्रत्येक दिन भंडारे का आयोजन भी किया जा रहा है। इस अवसर पर मीना जोशी, देवेंद्र गर्ग हाबड़ी, एम के मौदगिल, जीवन मौदगिल, आशीष दीक्षित, सुरेंद्र द्विवेदी इत्यादि भक्त उपस्थित रहे।