पुराने टूटे हुए नाले में आई दरार, भूस्खलन का खतरा
पिंजौर, 7 जुलाई (निस)
नगर परिषद कालका-पिंजौर के वार्ड नंबर 12 स्थित चौना चौक पानी की टंकी के साथ पंडित दीवानचंद गली वाले मोहल्ले में से होकर पिंजौर-कालका बाइपास तक बहता हुआ गंदा नाला कई जगह से टूट चुका है इसमें कई जगह बड़ी-बड़ी दरारें आ चुकी हैं। बाइपास किनारे पहाड़ी पर बने इस नाले के दोनों ओर दर्जनों मकान बने हुए हैं, यदि नाले की जल्द रिपेयर न की गई तो यहां भूस्खलन का खतरा पैदा हो सकता है और कई मकानों को नुकसान भी हो सकता है। मोहल्ले वासी पहले ही नाले की गंदगी से परेशान थे, विशेषकर बारिश के मौसम में यहां बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है। अब लोगों के मकानों को भी खतरा पैदा हो गया है। इस गंदे नाले में विश्वकर्मा कॉलोनी, जेपी स्कूल के सामने वाली पहाड़ी तक से बारिश का पानी भारी मात्रा में आता है। लोगों ने नाले की जल्द रिपेयर कर इसे ढकने की मांग की है ताकि लोग इसमें कूड़ा न फैंके और गंदगी न फैले। लोगों ने बताया कई बार मौखिक रूप से नगर परिषद प्रशासनिक अधिकारियों, पार्षद, चेयरमैन को समाधान की मांग की लेकिन अभी तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है और न ही जन स्वास्थ्य विभाग ने पाइपलाइन बिछाने के बाद सही ढंग से तोड़े नाले की रिपेयर की है। अब बारिशों में नाले में काफी अधिक मात्रा में पानी आता है धीरे-धीरे यह पानी जमीन में रिसकर जमीन को खोखला बना रहा है जो किसी बड़े भूस्खलन का करण बन सकता है।