ठेकेदार ने फर्जी दस्तावेज पर करवाया पंजीकरण, मामला दर्ज
सोनीपत, 12 जुलाई (हप्र)
वन विभाग के ठेकेदार पर फर्जी दस्तावेज देकर पंजीकरण कराने व बाद में कर्मियों का वेतन नहीं देने का आरोप लगा है। इतना ही नहीं आरोप है कि उसने वन विभाग में ठेके पर नियुक्त कर्मियों का ईपीएफ व ईएसआई भी जमा नहीं कराया। इसकी जांच कराने के बाद गड़बड़ी सामने आने पर उप वन संरक्षक ने पुलिस आयुक्त को शिकायत देकर गबन, धोखाधड़ी व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। उप वन संरक्षक ने सिटी थाना पुलिस को बताया कि वन मंडल के अधीन सोनीपत काठ मंडी निवासी योगेश कुमार ठेकेदारी करता है। उसने लाइसेंस रिन्यू कराने को वन मंडल में लिखित में भेजा था। जिसकी जांच अतिरिक्त वन मंडल अधिकारी सुरेश कुमार पूनिया की तरफ से गई। जिनकी जांच रिपोर्ट 9 मई को मिली थी। जिसमें उन्होंने लिखा था कि योगेश कुमार ने मजदूरों के वेतन की अदायगी नहीं की है। साथ ही ठेके पर लगे कर्मियों का ईपीएफ व ईएसआई भी नहीं जमा करवाया जा रहा है।
इतना ही नहीं जांच में पता चला कि उसने पंजीकरण के समय फर्जी दस्तावेज दिए थे। जिसकी जानकारी वन मंडल अधिकारी, चरखी दादरी के पत्र से हुई। उन्होंने भिवानी के सांजरवास की ग्राम वन समित के चेयरमैन का सत्यापन पत्र कार्यालय में भेजा था। जिस पर सुरेश कुमार पूनिया ने ठेकेदार के खिलाफ धोखाधड़ी व झूठे कागजात से विभाग में कार्य करने व सरकारी धनराशि के किए जा रहे गबन को लेकर मुकदमा दर्ज कराने की सिफारिश की थी। जिस पर पुलिस को शिकायत दी गई।
शिकायतकर्ता का कहना है कि ठेकेदार से करवाए गए वानिकी कार्यों की अदायगी वन मंडल की तरफ से की जा चुकी है। ठेका कर्मियों की नियुक्ति करने के नाते कर्मियों के वेतन अदायगी व उनके ईपीएफ और ईएसआई ठेकेदार की तरफ से कराए जाने की जिम्मेदारी वन मंडल की बनती है। उन्होंने मामले में कार्रवाई की मांग की। जिस पर पुलिस ने धोखाधड़ी व गबन का मुकदमा दर्ज कर लिया है।