कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र हंस विशाल काफिले के साथ पहुंचे पर्चा दाखिल करने
गुहला चीका/ सीवन, 12 सितंबर (हप्र)
बुधवार देर शाम को कांग्रेस द्वारा अपने प्रत्याशियों की सूची जारी करने के बाद गुहला कांग्रेस में भी बगावत देखने को मिली। कांग्रेस द्वारा देवेंद्र हंस को टिकट दिए जाने के विरोध स्वरूप नरेश ढांडे ने आज आजाद प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल कर दिया। वहीं कांग्रेस सरकार में संसदीय सचिव के पद पर रह चुके दिल्लू राम बाजीगर ने बुधवार को कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन भरा था लेकिन पार्टी ने उनकी टिकट काट दी। अब दिल्लू राम बाजीगर आजाद प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ सकते हैं।
काफिले के साथ नाम दर्ज कराने पहुंचे देवेंद्र हंस
कांग्रेस द्वारा देवेंद्र हंस को टिकट देने की सूचना जैसे ही उनके नगर सीवन में पहुंची तो उनके समर्थकों की खुशी का ठिकाना न रहा। आज सुबह देवेंद्र हंस एक विशाल काफिले के साथ नामांकन भरने गुहला एसडीएम कार्यालय पहुंचे। नामांकन के बाद देवेंद्र हंस ने पत्रकारों से कहा कि विरोधी पार्टियां प्रचार करती थीं कि कांग्रेस में टिकटें पैसे लेकर दी जाती है आज वह झूठ साबित हो गया है। देवेंद्र हंस ने कहा कि एक निहायत ही गरीब परिवार के बेटे को कांग्रेस हाईकमान ने टिकट देकर साबित कर दिया है कि पार्टी मेहनत करने वाले लोगों की कद्र करती है। देवेंद्र हंस ने कहा कि पिछली बार की तरह इस बार भी उनका चुनाव हलके की जनता लड़ेगी और वे 30 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज कर कांग्रेस के 15 सालों से चले आ रहे जीत के सूखे को खत्म करेंगे।
जिला निवार्चन अधिकारी एवं डीसी डॉ. विवेक भारती ने बताया कि गुहला विधानसभा से कांग्रेस से देवेंद्र कुमार व उनके कवरिंग कैंडिडेट में ज्योति, मिशन एकता पार्टी से मनोज कुमार, इनेलो से पूनम रानी, आम आदमी पार्टी से राकेश कुमार व उनके कवरिंग कैंडिडेट के तौर पर सुनील, आम जन शक्ति पार्टी से संजय मलिक ने अपना नामांकन दाखिल किया। आजाद उम्मीदवार के तौर पर संतोष, सुरेंद्र सिंह, नरेश कुमार ढांडे, ऊषा रानी, सतपाल व कृपाल सिंह ने अपने नामांकन भरे हैं।
हंस के पास नहीं है खुद का मकान
गुहला विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल करने वाले देवेंद्र हंस सबसे गरीब प्रत्याशी हैं।
देवेंद्र हंस व उनकी पत्नी के पास मात्र 1 लाख 77 हजार रुपए की राशि व 8 लाख रुपए का सोना है। देंवेंद्र हंस के पास न तो खुद का मकान है और न ही उनके पास कोई वाहन है। देवेंद्र हंस रेफ्रिजरेटर मैकेनिक का काम करते हैं।