सीएम फ्लाइंग ने घी की फैक्टरी पर मारा छापा, जांच के लिये भरे सैंपल
सफीदों, 9 जनवरी (निस)
बृहस्पतिवार को सीएम फ्लाइंग की टीम ने सफीदों के पिल्लूखेड़ा थाना क्षेत्र में गांव तलोडाखेड़ी के पास एक घी बनाने वाली फैक्टरी पर में छापेमारी कर घी के नमूने लिए। सीएम फ्लाइंग को सूचना मिली थी कि कोई व्यक्ति बिना लाइसेंस के विभिन्न ब्रांडों से घी बनाकर बेच रहा है। यह फैक्टरी तलोडाखेड़ी में सिवाह रोड पर किसी रणधीर सिंह नाम के व्यक्ति के मकान में चल रही है। रणधीर खुद दिल्ली में रहता है। उसने यह मकान सिवाह गांव के अनिल को किराए पर दिया हुआ है, जिसमें अनिल अनेक तरह की सामग्रियों से विभिन्न ब्रांड के नाम पर सामान बेचता है। इस मौके पर सीएम फ्लाइंग टीम में डीएसपी पवन कुमार, उपनिरीक्षक सतपाल सिंह, सहायक उपनिरीक्षक चरणसिंह, खाद्य सुरक्षा अधिकारी डॉक्टर योगेश कादयान शामिल थे। डॉक्टर कादयान ने बताया कि इस फैक्टरी में करीब 500 लीटर वनस्पति घी उनकी टीम को मिला और गाय के घी के नाम से डिब्बों में बंद करीब 10 लीटर घी भी था। पैकिंग पर बाकायदा एफएसएसएआई का मार्का लगा था। वहां दीक्षा व शिक्षा मार्का के घी के डिब्बे भी मिले। तीन तरह के घी के चार-चार नमूने लिए गए हैं जिन्हें चंडीगढ़ की प्रयोगशाला में भेज कर इनकी जांच कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि उसमें मिलावट पाई गई तो फैक्टरी के मालिक पर अदालत में केस दर्ज कराया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि फैक्टरी के मालिक अनिल को मौके पर बुलाया गया था जो इस तरह से घी बनाने का कोई लाइसेंस मौके पर प्रस्तुत नहीं कर सका। उसके लिए उसे अलग से नोटिस जारी किया जाएगा। बता दें कि पिल्लूखेड़ा क्षेत्र में कई लोग बरसों से घी बनाने का काम कर रहे हैं। बड़ी मात्रा में विभिन्न ब्रांडों के डिब्बों में पैक करके घी जैसा ‘सामान’ बड़े बाजारों में सप्लाई किया जा रहा है। ऐसे लोगों पर कई बार सीएम फ्लाइंग ने तथा कई बार खाद्य सुरक्षा विभाग ने छापेमारी कर कार्रवाई की, नमूने लिए।
पहले भी कई मामलों में अदालत में मुकदमा भी दर्ज हुआ लेकिन घी बनाने वाले आमतौर पर आरोपमुक्त होकर ही निकले। सूत्रों ने बताया कि जिस अनिल कुमार की फैक्टरी में आज छापेमारी की गई वह इससे पहले जिला के अमरहेड़ी गांव के एक मकान में ऐसा ही घी बनाता था। वहां से छोड़ने के बाद उसने इस मकान को किराए पर लेकर यहां यह काम शुरू किया था।