सीएम और पूर्व सीएम ने की 106 जनसभाएं , 316 रोड-शो भी किए
चंडीगढ़, 23 मई (ट्रिन्यू)
हरियाणा में लोकसभा की दस सीटों के लिए हुए चुनाव प्रचार के दौरान पूर्व सीएम और करनाल से भाजपा प्रत्याशी मनोहर लाल पार्टी के बड़े स्टार कैम्पेनर के रूप में उभरे हैं। सीएम नायब सिंह सैनी और पूर्व सीएम मनोहर लाल ने जिस तरह से चुनावी कमान संभाली और पूरे प्रदेश को नापने का काम किया, वह चर्चा में बना हुआ है। केंद्रीय नेतृत्व के पास भी इसकी पूरी रिपोर्ट गई है। मनोहर लाल 2019 की तरह इस बार भी प्रदेश में सभी दस सीटों पर जीत का टास्क लेकर चले।
चुनाव प्रचार के दौरान केंद्रीय मुद्दों – अनुच्छेद 370, राम मंदिर सहित केंद्र की मोदी सरकार की नीतियों और फैसलों को जोर-शोर से उठाया गया। इस दौरान हरियाणा के भाजपा नेताओं ने प्रदेश सरकार की नौकरियों को बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश की। उन्होंने लोगों को यह जताने और बताने की कोशिश की कि पिछले करीब साढ़े नौ वर्षों में भाजपा ने प्रदेश में व्यवस्था बदली है। मैरिट पर नौकरियां दी जा रही हैं। गांवों में भी नौकरियों को लेकर चर्चा सुनने को मिली।
करीब सवा नौ वर्षों तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल ने अक्तूबर-2014 में जब पहली बार प्रदेश की बागड़ोर संभाली थी तो उन्होंने ‘हरियाणा एक-हरियाणवी एक’ तथा ‘सबका साथ-सबका विकास’ का नारा दिया था। मुख्यमंत्री पद छोड़ने और अब करनाल से प्रत्याशी के तौर पर भी मनोहर लाल इसे अपने सबसे बड़ी उपलब्धि मानते हैं। वे जनसभाओं व रोड-शो के दौरान भी यह बात कहते रहे हैं कि पूरे प्रदेश का समान विकास करवाया गया। भाई-भतीजावाद खत्म किया और नौकरियों के लिए ‘मिशन मैरिट’ चलाकर युवाओं के साथ इंसाफ किया।
पहली बार हुए इतने रोड शो-रैलियां
लोकसभा चुनावों की घोषणा के साथ ही मनोहर लाल ने व्यापक चुनावी कार्ययोजना तैयार कर ली थी। इसके तहत विधानसभा क्षेत्रवार विजय संकल्प रैलियों की शुरुआत की गई। प्रदेश में लोकसभा की दस सीटों के तहत आने वाले सभी नब्बे हलकों में रैलियां हो चुकी हैं। सीएम और पूर्व सीएम ने प्रदेशभर में कुल 106 कार्यक्रम किए। इस दौरान लोगों के साथ सीधा संवाद किया गया। सीएम नायब सैनी सैनी व पूर्व सीएम मनोहर लाल ने भी 300 से अधिक पंचायतों में रोड-शो किया। अकेले मनोहर लाल ने करनाल लोकसभा सीट सहित विभिन्न शहरों में 16 से अधिक रोड-शो किए।