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दिवाली पर जगमग दिखेंगे प्रदेश के शहर, साफ-सफाई के कड़े निर्देश

07:00 AM Oct 25, 2024 IST
चंडीगढ़ में बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री नायब सैनी स्थानीय निकाय विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए। 

चंडीगढ़, 24 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बृहस्पतिवार को शहरी स्थानीय निकायों के अधिकारियों के साथ बैठक में साफ-सफाई को लेकर कड़े निर्देश दिए। शहरों में स्वच्छता पर कड़ा नोटिस लेते हुए मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के डीएमसी (जिला नगर आयुक्त) तथा नगर निगमों के आयुक्तों को सफाई करवाने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने दिवाली के मौके पर सभी शहरों को जगमग बनाने के निर्देश दिए हैं। शहरों की सभी स्ट्रीट लाइट्स को ठीक करवाने को कहा गया है।
वे बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ में निकाय विभाग के अधिकारियों के साथ पहली समीक्षा बैठक कर रहे थे। बैठक में निकाय मंत्री विपुल गोयल सहित कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। सीएम ने शहरों में स्वच्छता पर जोर देते हुए निर्देश दिए कि आगामी एक माह में शहरों में सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाए। किसी भी शहर में कूड़े-कचरे के ढेर नहीं दिखाई देने चाहिएं। सरकार का लक्ष्य स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिंग में हरियाणा को टॉप रैंकिंग में लाना है।
बैठक में मुख्यमंत्री ने समाधान शिविर की प्रगति, सफाई अभियान, लावारिस पशु मुक्त शहर बनाने, संपत्ति आईडी, स्वामित्व योजना, कॉलोनियों के नियमितीकरण, पीएम स्वनिधि योजना, सड़कों की मरम्मत और विकास कार्यों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरुग्राम को स्मार्ट सिटी बनाना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसलिए अधिकारी गुरुग्राम में सफाई से जुड़े कार्यों में तेजी लाने के लिए पूरी तत्परता से काम करें। स्वच्छता अभियान में अच्छा काम करने वाले नगर निकायों को सम्मानित भी किया जाएगा। गलियों में जलभराव की समस्या के समाधान के संबंध में निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक ड्रेनेज सिस्टम से संबंधित परियोजनाएं पूरी नहीं हो जाती, तब तक संबंधित अधिकारी सबसे पहले गलियों से पानी की समय पर निकासी करने पर जोर दें। उन्होंने कहा कि यदि कोई एजेंसी नालों की सफाई या सफाई व्यवस्था के काम में लापरवाही बरतती है तो उसे तुरंत ब्लैक लिस्ट किया जाए। जरूरत हो तो सफाई कर्मचारियों की अतिरिक्त मैनपावर की जरूरत हरियाणा कौशल रोजगार निगम से पूरी की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नगर पालिकाओं, नगर निगमों और नगर परिषदों में स्ट्रीट लाइटें लगवाना और सफाई जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाना प्रत्येक अधिकारी की प्राथमिकता होनी चाहिए, इसलिए इन परियोजनाओं से संबंधित कार्यों का समय पर निष्पादन सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों की जवाबदेही और जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए। उन्होंने स्ट्रीट लाइटों की देखरेख और उन्हें समय पर बदलने के भी निर्देश दिए। नगर निकायों में सड़कों के सुदृढ़ीकरण के संबंध में निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि निकायों में किसी भी सड़क पर गड्ढे नहीं होने चाहिए।

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कचरा जलाने की घटनाओं की हो निगरानी

शहरों में सूखा कचरा कूड़ा-कचरा और बागवानी अपशिष्ट जलाने की समस्या से निपटने के मुद्दे पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि संबंधित अधिकारी सुनिश्चित करें कि शहरों में कहीं भी सूखे कचरे को जलाने की कोई भी घटना न हो। यदि इस संबंध में कोई शिकायत प्राप्त होती है तो उस पर त्वरित कार्रवाई करें। सीएम ने कहा कि लोगों को जागरूक किया जाए कि पशुओं को सड़कों पर न छोड़े। अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि लावारिस पशुओं को जल्द गौशालाओं और नंदीशालाओं में स्थानांतरित किया जाए। गौशालाओं और नंदीशालाओं के लिए अलग से बजट का प्रावधान है।

शिविर में प्रत्येक व्यक्ति की समस्या का हो समाधान

मुख्यमंत्री ने प्रदेशभर में आयोजित किए जा रहे समाधान शिविरों की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि संबंधित अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि समाधान शिविर में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित हो और कोई भी नागरिक असंतुष्ट होकर न लौटे। उन्होंने कहा कि समाधान शिविर में आ रही विशिष्ट समस्याओं के समाधान के लिए विशेष डेस्क स्थापित किए जाएं। इसके अलावा, अधिकारी नागरिकों से फोन पर बात करके उनका फीडबैक अवश्य लें। बैठक में मुख्य सचिव डॉ. टीवीएसएन प्रसाद, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी. उमाशंकर, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के आयुक्त एवं सचिव विकास गुप्ता, निदेशक यशपाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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पहली ही बैठक में विधायकों ने सीएम के सामने रोया दुखड़ा

भाजपा विधायक दल की बैठक बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद सहित कई अधिकारी भी मौजूद रहे। बैठक में विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को लेकर चर्चा होनी थी। लेकिन इस बैठक में इस पर किसी तरह की चर्चा नहीं हुई। सीएम ने विधायकों को शुक्रवार सुबह 10 बजे विधानसभा स्थिति कमेटी रूप में बुलाया है। इसी बैठक में स्पीकर और डिप्टी स्पीकर को लेकर बातचीत होगी। बैठक में अधिकांश मंत्री व विधायक मौजूद रहे। सीएम ने सभी विधायकों को शुक्रवार को विधानसभा में मौजूद रहने के निर्देश दिए हैं। उन्हें साफ कहा गया है कि कोई भी विधायक किसी भी सूरत में स्टेशन नहीं छोड़ेगा। माना जा रहा है कि शुक्रवार को विधानसभा के एक दिन के सत्र के बाद दिवाली के बाद मानसून सत्र बुलाया जाएगा। इस सत्र से पहले विधायक दल की बैठक होगी। उसी बैठक में विधायकों के साथ विकास कार्यों पर चर्चा होगी। हालांकि इस दौरान मुख्यमंत्री की ओर से विधायकों को यह पहले ही कहा जा चुका है कि वे अपने-अपने हलकों में प्राथमिकता के आधार पर विकास कार्यों का रोडमैप तैयार करके दें। पहली ही बैठक में कई विधायक फील्ड में कार्यरत अधिकारियों की शिकायत करते नजर आए। कोई जेई के खिलाफ शिकायत कर रहा था तो कोई एसडीओ के खिलाफ। एक रोचक पहलू यह भी रहा कि केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह समर्थक विधायक इकट्ठे ही बैठे नजर आए।

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