देश की सुरक्षा व भारतीयों का गौरव बढ़ाने को चुनें मोदी सरकार : गुर्जर
बल्लभगढ़, 22 मई (निस)
भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी कृष्णपाल गुर्जर ने पूर्व की कांग्रेस सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि 2004 से 2014 तक देश में मजबूर सरकार का मजबूर प्रधानमंत्री रहा, जिसका खमियाजा देश को भुगतना पड़ा। उस दौरान देश के खजाने में लूट मची थी, मंत्री जेल जा रहे थे और सरकार मूकदर्शक बनी रही। नेताओं के प्रति लोगों में निराशा का माहौल कायम हो गया था, ऐसे में 2014 में देश में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने और उन्होंने अपनी कार्यप्रणाली से जहां नेताओं के प्रति लोगों की नफरत को कम करने का काम किया वहीं दुनिया में भारत की गरिमा को बढ़ाया। आज विदेशों में भारतीयों की क्या इज्जत होती है और पहले क्या होती थी, इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है इसलिए आप सभी को देश में तीसरी बार नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बहुमत की सरकार चुननी है क्योंकि यही सरकार भारत को तो सुरक्षित रखेगी ही, साथ ही भारतीयों का गौरव भी बढ़ाएगी। गुर्जर बुधवार को सेक्टर-12 स्थित जिला बार एसोसिएशन द्वारा उनके समर्थन में आयोजित स्वागत समारोह में उपस्थितजनों को संबोधित कर रहे थे।
इस मौके पर उनके साथ मुख्य रूप से प्रदेश की शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा, विधायक नरेंद्र गुप्ता, भाजपा के लोकसभा संयोजक अजय गौड़, पूर्व जिलाध्यक्ष गोपाल शर्मा मौजूद थे। समारोह में पहुंचने पर जिला बार एसोसिएशन के प्रधान जोगेंद्र नरवत व उनकी टीम ने कृष्णपाल गुर्जर का फूलों का बुक्के भेंट कर स्वागत किया और उन्हें बार एसोसिएशन की तरफ से अपना समर्थन देते हुए गुर्जर को भारी मतों से विजयी बनाने की हुंकार भरते हुए विश्वास दिलाया कि सभी अधिवक्ता एकजुट होकर एक-एक वोट कृष्णपाल गुर्जर के पक्ष में डालने का काम करेंगे।
इस मौके पर शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा, विधायक नरेंद्र गुप्ता व अजय गौड़ ने भी अपने-अपने संबोधनों में देश व प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा किए गए अभूतपूर्व विकास का ब्योरा लोगों के समक्ष रखा।
इस अवसर पर बार एसोसिएशन के महासचिव पवन पाराशर, अधिवक्ता जिला पार्षद अनिल पाराशर, अधिवक्ता परिषद के प्रधान पीके मित्तल, पूर्व प्रधान जेपी अधाना, हरीश चेतन, नवल किशोर गर्ग, केपी तेवतिया, पूर्व प्रधान राजेश बैंसला, डीपी भड़ाना, प्रमोद भारद्वाज, कुंवर राकेश रावत, विजय शर्मा, शिवदत्त वशिष्ठ, राजेंद्र शर्मा, प्रकाशवीर नागर भी मौजूद थे।