सचिवालय में बिजली की बर्बादी से मुख्य सचिव नाराज
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 27 मई
हरियाणा सिविल सचिवालय के कर्मियों की कार्यशैली और लापरवाही से मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद नाराज हैं। कर्मियों की लापरवाही से न केवल बिजली की बर्बादी बढ़ रही है, बल्कि भीषण गर्मी में आगजनी की घटना घटने का भी अंदेशा बढ़ रहा है। छुट्टी के बाद विद्युत उपकरणों को बंद नहीं करने पर मुख्य सचिव ने प्रशासनिक अधिकारियों को फटकार लगाई है।
बताया गया है कि सिविल सचिवालय में तैनात कर्मी अग्नि सुरक्षा के उपायों से पूरी तरह बेखबर हैं। दरअसल, मुख्य सचिव ने छुट्टी के बाद सिविल सचिवालयों में कार्यों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया कि विद्युत उपकरण संचालित थे, जो कर्मियों की लापरवाही और बिजली बर्बादी को दर्शाता है। निरीक्षण के दौरान विद्युत उपकरण जैसे ट्यूब लाइट, कंप्यूटर/यूपीएस, दीवार के पंखे, दीवार पंखे, सीलिंग पंखे और एयर कंडीशनर चालू अवस्था में पाए गए।
इस लापरवाही को देखते हुए मुख्य सचिव कार्यालय की प्रशासनिक ब्रांच की ओर से मंत्रियों के विशेष वरिष्ठ सचिव व सचिव, मुख्यमंत्री, मंत्री व राज्यमंत्री के निजी सचिव व निजी सहायक, मंत्री के निजी सचिव और सीपीएससीएम, पीएससीएम, एपीएससीएम, ओएसडी/सीएम के निजी सहायक, अतिरिक्त मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, विशेष सचिव, हरियाणा सिविल सचिवालय के सभी संयुक्त सचिव, उप सचिव व अवर सचिव सहित पंजाब और हरियाणा सिविल सचिवालय के सीआईएसएफ कमांडेंट को पत्र लिखकर हिदायत जारी है कि बिजली की बर्बादी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुख्य सचिव ने नाराजगी जताई है कि कर्मियों की लापरवाही के चलते न केवल बिजली बिल में बढ़ोतरी हो रही है बल्कि बिजली के उपकरणों को नुकसान होने के साथ आगजनी की घटना भी घट सकती है।
मुख्य सचिव कार्यालय की ओर से स्पष्ट हिदायत दी गई है कि कार्यालय छोड़ने के दौरान सभी बिजली के प्वाइंट और उपकरण अच्छी तरह से बंद किए जाएं। इसके साथ ही उपयोग में न होने वाले उपकरणों को भी बंद रखा जाए। यदि किसी कार्यालय में छुट्टी के बाद विद्युत उपकरण संचालित मिले तो शाखा प्रभारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।