फैकल्टीज चुनाव में छाया गोयल ग्रुप, भाजपा का सूपड़ा साफ
जोगिंद्र सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 1 सितंबर
पंजाब विश्वविद्यालय सीनेट चुनाव के चौथे चरण में गोयल एंड गोयल ग्रुप ने भाजपा गुट का सूपड़ा ही साफ कर दिया। फैकल्टीज के सभी 6 आर्डीनरी फेलो के लिये मतदान हुआ और आज ही मतगणना भी हो गयी। आर्ट्स फैकल्टी से गोयल ग्रुप के ही प्रो. रौणकी राम (53) ने एक बार फिर जीत दर्ज की। उन्होंने प्रो. अंजू सूरी (47) को शिकस्त दी। इसी तरह से लैंग्वेज फैकल्टी से पूटा की पूर्व प्रधान प्रो. राजेश गिल (48) ने अपने प्रतिद्वंद्वी प्रो. गुरपाल सिंह संधू (35) को हराया। मेडिकल फैकल्टी में गोयल ग्रुप के अगुवा में से एक अशोक गोयल (47) ने जीत का परचम लहराया। उन्होंने पीजीआई के डॉ. सर्वदीप सिंह धत्त (29) को पराजित किया। गोयल ग्रुप के ही एक अन्य रणनीतिकार और सीनेट चुनाव कराने की मांग को लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर करने वाले प्रो. केशव मल्होत्रा (141) भी विजयी रहे। उन्होंने एक वक्त में पीयू की बड़ी ताकत रहे प्रो. नवल किशोर (107) को पटखनी दी है।
फैकल्टी आफ साइंस से गोयल ग्रुप के अग्रणी नेता और सूत्रधार प्रो. नवदीप गोयल (90) ने पूटा की प्रधान रही प्रो. प्रोमिला पाठक (38) को करारी शिकस्त दी।
इसी तरह सीनेट की राजनीति के पुरोधा और भीष्म पितामह कहे जाने वाले जीके चतरथ की बेटी और पूर्व सीनेटर अनु चतरथ (37) ने भी लॉ फैकल्टी में एक बार फिर परचम लहरा दिया है। उन्होंने एडवोकेट जगजोत सिंह लाली (10) को बुरी तरह हराया है। अब तक सीनेट में 17 सदस्य गोयल ग्रुप के हो गये हैं जबकि 10 भाजपा गुट के हैं और एक सदस्य आजाद है।
कुलपति के खिलाफ नारेबाजी
फैकल्टीज के लिये पहली बार किसी कुलपति ने आज वोट के अधिकार का इस्तेमाल किया। सदन का अध्यक्ष होने के नाते कुलपति आमतौर पर वोट नहीं करते लेकिन इस बार गुटबाजी हावी होने के चलते एक-एक वोट का महत्व था इसलिये वीसी ने भी वोट डाला। जब कुलपति प्रो. राजकुमार वोट डालने आये तो पिछले 18-19 दिन से आंदोलनरत छात्र और स्वयंसेवी जोरदार नारेबाजी करने लगे। एक बार तो कुलपति काफी असहज भी दिखे लेकिन वे पूरी सिक्योरिटी के बीच मताधिकार का प्रयोग करके चले गये।