For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

Chandigarh News : नीति निर्माताओं के लिए DHR-PGI स्वास्थ्य तकनीकी आकलन कोर्स राष्ट्रीय सम्मेलन में हुआ लॉन्च

04:36 PM Dec 26, 2024 IST
chandigarh news   नीति निर्माताओं के लिए dhr pgi स्वास्थ्य तकनीकी आकलन कोर्स राष्ट्रीय सम्मेलन में हुआ लॉन्च
The HTA conclave was officiated by Dr. V.K. Paul, Member (Health) of NITI Aayog, and Dr. Rajiv Bahl, Secretary to the Government of India held in New Delhi.
Advertisement

चंडीगढ़, 25 दिसंबर (ट्रिन्यू)

Advertisement

Chandigarh News : चंडीगढ़ के पीजीआई और भारत सरकार के स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग (DHR) ने नीति निर्माताओं के लिए एक ऑनलाइन स्वास्थ्य तकनीकी आकलन (HTA) कोर्स विकसित किया है। इस कोर्स को भारत सरकार के iGOT मिशन कर्मयोगी प्लेटफॉर्म पर लॉन्च किया गया। यह कोर्स पीजीआई के HTA रिसोर्स हब द्वारा डिजाइन किया गया है, जिसे सामुदायिक चिकित्सा विभाग और स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में स्थापित किया गया है।

23 दिसंबर 2024 को नई दिल्ली में आयोजित HTA सम्मेलन के दौरान, इस कोर्स का उद्घाटन नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी.के. पॉल और भारत सरकार के सचिव डॉ. राजीव बहल ने किया। इस कार्यक्रम में देशभर के प्रमुख चिकित्सा और जनस्वास्थ्य संस्थानों के 150 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए। यह कोर्स अब केंद्र और राज्य सरकारों के सभी सिविल सेवकों के लिए नि:शुल्क उपलब्ध होगा। iGOT कर्मयोगी प्लेटफॉर्म अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारियों को कुशलता से निभाने के लिए आवश्यक कौशल प्राप्त करने और प्रमाणित करने का अवसर प्रदान करता है।

Advertisement

लॉन्च के दौरान, डॉ. पॉल ने कहा कि यह कोर्स स्वास्थ्य देखभाल में प्रमाण-आधारित और पारदर्शी निर्णय लेने को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने बताया कि नीति निर्माताओं को यह तय करने की चुनौती होती है कि सार्वजनिक धन का उपयोग ऐसा कैसे किया जाए, जिससे लोगों के स्वास्थ्य में अधिकतम सुधार हो। यह कोर्स उन्हें आर्थिक साक्ष्यों का उपयोग कर बेहतर निर्णय लेने में मदद करेगा।

डॉ. राजीव बहल ने DHR के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उच्च गुणवत्ता वाले HTA साक्ष्य तैयार करने के कार्य को व्यापक रूप देने के लिए सरकार सक्रिय है। उन्होंने विभिन्न उदाहरण साझा किए, जहां HTA साक्ष्य का उपयोग केंद्रीय और राज्य सरकारों द्वारा लागत बचत और स्वास्थ्य लाभ के लिए किया गया।

इस कोर्स को पीजीआई के स्वास्थ्य अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर और HTA क्षेत्रीय रिसोर्स हब के प्रमुख डॉ. शंकर प्रिंजा के नेतृत्व में विकसित किया गया है। उन्होंने बताया कि यह कोर्स नीति निर्माताओं को साक्ष्य-आधारित, लागत प्रभावी और सूचित निर्णय लेने में सक्षम बनाता है। कार्यक्रम में भारत के विभिन्न HTA रिसोर्स सेंटरों के प्रदर्शन की समीक्षा भी की गई, जिसमें चंडीगढ़ स्थित पीजीआई को राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया।

Advertisement
Tags :
Advertisement