Chaitra Navratri 2025 : क्या नवरात्रि व्रत में खा सकते हैं हल्दी? यहां जानिए सबकुछ
चंडीगढ़, 1 अप्रैल (ट्रिन्यू)
Chaitra Navratri 2025 : नवरात्रि का पर्व हिंदू धर्म में एक विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है। इस दौरान देवी दुर्गा की पूजा होती है, और भक्त दिन-रात उपवासी रहते हुए भक्ति और साधना में लीन होते हैं। इस दौरान खाने-पीने पर भी ध्यान दिया जाता है। नवरात्रि में नमक मिर्च खाने की मनाही नहीं होती लेकिन भक्तों के मन में अक्सर यह सवाल रहता है कि इस समय हल्दी का सेवन करना उचित है या नहीं?
नवरात्रि व्रत में हल्दी खानी चाहिए या नहीं?
नवरात्रि के दौरान हल्दी खाने को लेकर कोई सख्त नियम नहीं है लेकिन कुछ लोग इसे व्रत में नहीं खाते हैं क्योंकि इसे गर्म तासीर वाला माना जाता है। हालांकि हल्दी में कई औषधीय गुण होते हैं, जैसे कि एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट।
नवरात्रि व्रत में फायदेमंद हल्दी का सेवन
नवरात्रि में हल्दी का सेवन पूरी तरह से सुरक्षित और फायदेमंद है, बशर्ते इसका सेवन नियमित मात्रा में किया जाए। हल्दी न केवल स्वास्थ्य के नजरिए से लाभकारी है बल्कि यह मानसिक स्थिति को भी बेहतर बनाए रखने में मदद करती है। ऐसे में नवरात्रि में हल्दी का सेवन एक बढ़िया विकल्प हो सकता है।
व्रत में क्या खाएं और क्या नहीं ?
व्रत के दौरान प्याज, लहसुन, मांस, शराब और अन्य तामसिक खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। आप इस दौरान साबूदाना, फल, दूध, दही, पनीर और अन्य सात्विक फूड्स का सेवन कर सकते हैं। हल्दी उपवास के भोजन में स्वाद, खुशबू और रंगत बढ़ाने में मदद करता है। हल्दी को पानी में घोलकर या फिर व्रत के स्नैक्स और व्यंजनों में मिलाकर भी लिया जा सकता है।
हल्दी का सेवन करने से मिलेंगे ये फायदे
- हल्दी में 'कुरक्यूमिन' नामक तत्व पाया जाता है, जो पाचन क्रिया को उत्तेजित करता है और पेट की समस्याओं को दूर करता है। यह गैस, एसिडिटी, और अपच जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है।
- नवरात्रि के दौरान जब शरीर कम भोजन करता है तो हल्दी के एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण इम्यूनिटी सिस्टम को बूस्ट करते हैं, जिससे शरीर को संक्रमण और बीमारियों से बचाव मिलता है।
- नवरात्रि के दौरान उपवासी होने से शरीर में कमजोरी और थकावट हो सकती है। ऐसे में हल्दी का सेवन उर्जा प्रदान करने का कार्य करता है और शरीर को ताजगी का अहसास दिलाता है।
- हल्दी का मानसिक स्वास्थ्य पर भी अच्छा प्रभाव होता है। यह तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है, जिससे व्यक्ति मानसिक शांति का अनुभव करता है।