चढ़ूनी को राजनीति का चस्का, सीएम के साथ वार्ता का कोई मतलब नहीं : रतन मान
करनाल, 31 दिसंबर (हप्र)
अगर समय रहते केंद्र सरकार ने किसानों की लंबित मांगों का समाधान नहीं किया गया तो सरकार को गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार हो जाना चाहिए। भाजपा सरकार किसानों की लगातार अनदेखी कर रही है। इसलिए मजबूरीवश देशभर के किसान आंदोलन करने के लिए मजबूर हो रहे हैं।
ये बात स्थानीय दीनबंधु सर छोटूराम किसान भवन में आयोजित किसान महापंचायत में सरकार को चेतावनी देते हुए भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के प्रदेश अध्यक्ष रतन मान ने कही।
किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी और मुख्यमंत्री नायब सैनी की मुलाकात पर भड़कते हुए किसान नेता ने कहा कि गुरनाम सिह चढ़ूनी को राजनीतिक चस्का चढ़ा हुआ, चुनाव से पहले वे सब जगह देखे गए। किसी ने उन्हें मुंह नहीं लगाया। ऐसे समय में जब हमारा एक नेता प्राण देने के लिए बैठा है, ऐसे में मुख्यमंत्री का बगलगिरी होना बहुत गलत है। ऐसे में वार्ता का कोई मतलब नहीं है।
रतनमान ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा की साजिश के तहत गुरनाम सिह चढ़ूनी को हायर नहीं कर लिया हो, इसे किसान की कोई पीड़ा नहीं है, कल जो नया पैंतरा समाने आया वह काफी खतरनाक है। किसान पंचायत के बीच में कई बार उपस्थित किसानों ने सरकार विरोधी नारेबाजी कर अपनी आवाज को बुलंद किया।
किसान नेता रतनमान ने 24 फसलों को एमएसपी पर खरीद करने के दावे को नकारते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री किसानों को गुमराह कर रहे हैं। किसान नेता रतन मान ने आने वाली 4 जनवरी को टोहाना में संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से आयोजित की जा रही किसान महापंचायत को सफल बनाने के लिए उपस्थित कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी।
बैठक में वयोवृद्ध किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के आमरण अनशन पर चिंता व्यक्त करते हुए किसानों ने कहा कि केंद्र सरकार की हठधर्मिता की वजह से किसान नेता डल्लेवाल को आमरण अनशन पर बैठना पड़ा है। देश के किसान डल्लेवाल के आमरण अनशन को लेकर चिंतित है। किसान महापंचायत को भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत राष्ट्रीय महासचिव युद्धबीर सिंह सहरावत सहित देश के कई बड़े किसान नेता संबोधित करेंगे।
ये रहे मौजूद
उत्तरी हरियाणा प्रभारी महताब कादियान, राष्ट्रीय उपप्रधान सेवा सिंह आर्य, प्रवक्ता सुरेंद्र सागवान, प्रदेश संगठन सचिव शाम सिंह मान, चेयरमैन यशपाल राणा, जिला महासचिव सुरेंद्र बैनीवाल व जिला सचिव राजकुमार नोतना, पानीपत से जयकरण कादियान, किसान नेता बाबूराम डाबरथला विशेष तौर पर मौजूद रहे।