खेती विविधता के जंजाल में उलझे किसान नेता ने की खुदकुशी
डबवाली, (लंबी) 20 मई (निस)
कृषि विविधता के जंजाल में फंसकर उभरता हुआ किसान नेता जगदीप खुड्डियां खुदकुशी का शिकार हो गया। उसने गत 11 मई को गांव खुड्डियां में जहरीली चीज निगल ली थी। इलाज के दौरान रविवार को उसने दम तोड़ दिया। देर सायं उसका अंतिम संस्कार सैकड़ों किसानों, मज़दूरों व अन्य लोगों की मौजूदगी में किया गया। भाकियू एकता उगराहां का नौजवान नेता कुछ वर्षों से कृषि विविधता के विभिन्न माॅडलों के जरिये सफल खेती के लक्ष्य के लिए प्रयत्नशील था। मिली जानकारी के मुताबिक जगदीप खुड्डियां पर करीब 40-45 लाख रुपए का कर्ज़ था। उसने सूअर पालन, देसी मुर्गी पालन, केंचुआ खाद, किन्नू के पौधों के अलावा ऑर्गेनिक हल्दी की खेती जैसे मॉडल अपनाए। उसके घर बेसहारा विधवा मां परविन्दर कौर व खेती माॅडलों के आधे-अधूरे हालात बाकी बचे हैं।
पता लगा है कि जगदीप ने ऑर्गेनिक हल्दी को पेटेंट करवाने के लिए सरकार के दरबार में काफ़ी हाथ-पैर मारे। काफ़ी लेकिन उसकी हल्दी पेटेंट नहीं हो सकी।
पंजाब खेत मज़दूर यूनियन के महासचिव लक्ष्मण सेवेवाला ने कहा कि जगदीप अन्तिम दिनों तक कर्ज़ की समस्या बताने से बचता रहा। उन्होंने कहा कि हर मसले का हल होता है, परन्तु खुदकुशी किसी मसले का हल नहीं।
भाकियू एकता उगराहां के ज़िला प्रधान हरबंस सिंह कोटली और ज़िला नेता गुरपाश सिंघेवाला ने कहा कि जगदीप खुड्डियां भविष्य का होनहार किसान नेता था। उन्होंने पंजाब सरकार से उसका सारा कर्ज़ माफ करने व मुआवज़ा देने की मांग की।