यमुनानगर में जहरीली शराब से 7 की मौत का मामला
गठबंधन सरकार के संरक्षण में बढ़ रहा नशे का कारोबार : हुड्डा
चंडीगढ़, 9 नवंबर (ट्रिन्यू)
उन्होंने कहा कि 3 साल पहले फरीदाबाद में 3 मौत हुई थीं। नवंबर 2022 में सोनीपत के 4 लोगों की जान जहरीली शराब के चलते चली गई थी। इतने बड़े पैमाने पर मौतों के बावजूद सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की और आजतक किसी बड़े अपराधी पर हाथ नहीं डाला। जांच के नाम पर सरकार द्वारा एसआईटी तो बना दी जाती है कि लेकिन उनकी जांच का नतीजा कभी सामने नहीं आता। हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस कार्यकाल के दौरान हरियाणा को दूध-दही और खिलाड़ियों का प्रदेश माना जाता था। लेकिन भाजपा ने सत्ता में आते ही नशा कारोबारियों को संरक्षण देना शुरू कर दिया। इसके चलते धीरे-धीरे छोटे-छोटे गांव और गली-मोहल्ले तक चिट्टा, सिंथेटिक नशा और जहरीली शराब का कारोबार पहुंच गया। भाजपा के साथ जजपा के सत्ता में आने पर नशे के कारोबार ने दिन दोगुनी रात चौगुनी तरक्की की। पूर्व सीएम ने कहा, एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि हरियाणा में नशा इस कदर बढ़ गया है कि ओवरडोज से मौत के मामले में प्रदेश पंजाब से भी आगे निकल गया है। पिछले साल आए आंकड़ों के मुताबिक अकेले सिरसा जिले में सालभर के भीतर नशे की ओवरडोज से 43 लोगों की मौत हुई।
प्रदेश सरकार चुप क्यों, मामले की हो उच्च स्तरीय जांच : उदयभान
चंडीगढ़, 9 नवंबर (ट्रिन्यू)
उदयभान ने कहा प्रदेश में घोटाले पर घोटाले हो रहे हैं। घोटाले पर एसआईटी तो बना दी जाती है, लेकिन एसआईटी की रिपोर्ट का किसी को पता नहीं है। 9 साल में प्रदेश अपराध, नशे, किसानों, गरीबों का दमन करने में, भ्रष्टाचार में, महंगाई में और बेरोजगारी में नंबर एक हो गया है। कांग्रेस सरकार के मुकाबले आज प्रदेश में बेरोजगारी 3 गुना बढ़ गई है, जिससे अपराध और नशे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश ने नशे के मामले में अब पंजाब को भी पीछे छोड़ दिया है। और नशा गांव-गांव तक पहुंच चुका है। नशे के चलते युवाओं की जान जा रही है।
नकली शराब से हुई मौत के लिए सरकार जिम्मेदार : सुशील
आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद डॉ़ सुशील गुप्ता ने यमुनानगर में जहरीली शराब से हुई 7 लोगों की मौत को लेकर खट्टर सरकार को घेरा है। उन्होंने आरोप लगाया कि पूरे हरियाणा में अवैध ठेके चल रहे हैं और गली-गली में अवैध शराब बिक रही है। इस पर गठबंधन सरकार लगाम लगाने में नाकाम साबित हुई है।
बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ से जारी बयान में गुप्ता ने कहा कि पूरे हरियाणा में सरकार और माफिया की मिलीभगत से अवैध ठेके चल रहे हैं। नेताओं के संरक्षण में नकली शराब की फैक्टि्रयां चल रही हैं। प्रदेश में ब्रांडेड बोतलों में भरकर नकली शराब बेचने का धंधा भी खुलेआम चल रहा है। पिछले दिनों फरीदाबाद में भी अवैध शराब बनाने का एक मामला सामने आया था, जिसमें अवैध शराब का रिबॉटलिंग प्लांट पकड़ा गया था। जहां महंगी और ब्रांडेड शराब के नाम पर मिलावटी शराब की बिक्री हो रही थी। प्लांट में थिनर से शराब बनाकर और पैक कर 6000 रुपए की शराब 600 रुपए में बाजार में बेचते थे और इस नकली शराब की होम डिलीवरी भी की जाती थी। इसके अलावा कुछ ठेकों से भी इनकी बिक्री हो रही थी। उन्होंने कहा कि इसको आर्गेनाइज तरीके से माफिया ऑपरेट कर रहा है।
शराब घोटालों को दबाने में जुटी सरकार, न्यायिक जांच करवाई जाए : अभय
इनेलो के प्रधान महासचिव एवं विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि यमुनानगर से पहले सोनीपत और पानीपत में भी जहरीली शराब से लोगों की जान जा चुकी है। गठबंधन सरकार शराब घोटालों को दबाने में जुटी है। उन्होंने कहा कि अगर सोनीपत और पानीपत के मामले के बाद कार्रवाई करती तो यमुनानगर में लोगों की जान नहीं जाती। वे बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे मामलों में आरोपियों को सजा देने की बजाय उन्हें बचाने का काम करती है। कोविड काल में जब लोग अपने घरों से बाहर तक नहीं आ रहे थे, तब भी प्रदेश में शराब की कोई कमी नहीं थी और बड़े पैमाने पर शराब की तस्करी हुई। यमुनानगर में जो हुआ उसमें सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है।
वहीं अभ्ाय चौटाला ने आरोप लगाया कि पराली के मामले पर पंजाब सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अनदेखी कर रही है। एक-दूसरे पर आरोप लगाने की बजाय किसानों को मशीन देकर उनकी सहायता करनी चाहिए। नगर निगम के चुनावों से भागने के आरोप सरकार पर लगाते हुए अभय ने कहा कि सरकार को अपनी हार साफ नजर आ रही है, इसलिए निकायों के चुनाव लटकाए जा रहे हैं।