स्कूल का बोर्ड उतारते घायल हुए युवक की मौत के मामले में चार के खिलाफ केस दर्ज
जगाधरी, 14 दिसंबर (हप्र)
जगाधरी के सेक्टर-18 टी प्वाइंट पर लगे निजी स्कूल का साइन बोर्ड उखाड़ते समय पेट में पाइप लगने से घायल हुए पीर माजरा निवासी सुभाष कुमार की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार सुभाष स्कूल में नौकरी करता था। यह हादसा अगस्त माह में हुआ था।
मृतक के भाई सुखविंद्र सिंह का आरोप है कि उसकी भाई की मौत स्कूल प्रिंसिपल, उसके पति, देवर व क्रेन एजेंसी के चालक की लापरवाही से हुई है। शहर जगाधरी पुलिस ने चारों आरोपियों पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गांव पीर माजरा निवासी सुखविंद्र सिंह ने बताया कि उसका छोटा भाई 36 वर्षीय सुभाष कुमार सेक्टर-18 स्थित एक नामचीन स्कूल में लगभग पांच साल से स्कूल बस पर नौकरी करता था। दो अगस्त को उसका भाई स्कूल में ड्यूटी पर था। आरोप है कि उस दिन स्कूल प्रिंसिपल आदि ने उसके भाई को सेक्टर-18 के प्रवेश पर लगा स्कूल का साइन बोर्ड उखाड़ कर लाने को कहा। पहले तो उसके भाई ने इस काम की जानकारी न होने के कारण मना कर दिया, लेकिन बाद में स्टाफ सदस्यों के कहने पर उसका भाई साइन बोर्ड उखाड़ने के लिए सेक्टर-18 के टी प्वाइंट पर चला गया।
उसका भाई क्रेन की सहायता से साइन बोर्ड में संगल लगाकर उखाड़ने लगा। इस दौरान साइन बोर्ड के साथ बंधी संगल में से बोर्ड का पाइप उसके भाई में पेट में जा लगा। पेट में पाइप लगने से उसका भाई सुभाष घायल हो गया। स्टाफ सदस्य उपचार के लिए उसके भाई को अस्पताल में ले गए। सूचना मिलने पर वह भी परिवार सदस्यों के साथ अस्पताल पहुंच गया, जहां उसके भाई को ऑपरेशन किया गया। करीब एक माह तक उसके भाई को अस्पताल में उपचार दिया गया। बाद में वहां के डॉक्टर ने उसके भाई को घर भेज दिया और एक माह बाद दोबारा ऑपरेशन करने की बात कही।
उसका आरोप है कि दो माह बाद जब वे दोबारा अपने भाई सुभाष को उपचार के लिए अस्पताल ले गए तो वहां डॉक्टर ने इलाज करने से मना कर दिया। वे सुभाष को सिविल अस्पताल ले गए, जहां से उसके भाई को पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया। बाद में वहां से भी डॉक्टर ने उसके भाई को अंबाला सिविल अस्पताल भेज दिया। दो नवंबर को वह अपने भाई को शहर के निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने दवा देकर उसके भाई को घर भेज दिया। घर जाने के बाद उसके भाई सुभाष की मौत हो गई।