खुद की अर्थी सजा कर दिया विद्युत संचालित शवदाह गृह अपनाने का संदेश
चरखी दादरी, 19 अक्तूबर (हप्र)
लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता संजय रामफल ने खुद ही अपनी अर्थी सजा ली। संजय रामफल ने कहा कि दादरी नगर परिषद द्वारा आमजन की मांग पर रामबाग में करोड़ों की लागत से विद्युत शवदाह गृह बनाया गया है लेकिन लोग अपने स्वजनों का अंतिम संस्कार विद्युत शवदाह गृह पर नहीं कर लकड़ी के माध्यम से कर रहे हैं। शहरों की बढ़ती आबादी और घटते जंगल इस बात के लिए आगाह कर रहे हैं कि हमें परंपरागत साधनों के साथ बिजली और गैस आधारित शवदाह गृहों को अपनाने की आवश्यकता है। लेकिन दादरी शहर के रामबाग स्थित विद्युत शवदाह गृह में केवल लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। संजय रामफल ने इस अनोखे प्रयोग के माध्यम से लोगों से अपील की कि शवों की अंतिम संस्कार लकड़ी के बजाय विद्युत संचालित शवदाह गृह में करें जिससे कि पर्यावरण को बचाया जा सके।