हमले में इस्तेमाल बिल्डिंग पर चला बुलडोजर
गुरुग्राम, 6 अगस्त (हप्र)
नूंह में रविवार को जिला प्रशासन ने दंगाइयों द्वारा पथराव के लिए प्रयोग की गई बड़ी बिल्डिंग को धराशाई कर दिया तथा सड़क के साथ-साथ बनी खोखा झुग्गी-झोपड़ियां भी तोड़ दी गई।
उपायुक्त धीरेंद्र खड़घटा और पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह बिजारणिया ने बताया कि जिस इमारत से पत्थरबाजी हुई, उनको तोड़ा जा रहा है। साथ ही वन विभाग, पंचायत विभाग, जिला योजनाकार विभाग सरकारी संपत्ति से कब्जा हटवा रहे हैं। अब तक 35 जगह अभियान चलाकर 57 एकड़ भूमि को कब्जा मुक्त कराया गया है। इसके अलावा 56 एफआईआर दर्ज हुई हैं, 147 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। किसी निर्दोष को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि 84 कोस की परिक्रमा भाईचारे की मिसाल है। लोग आपसी मनमुटाव को दूर करें और आपस में बैठकर इसका समाधान निकालें। आरोपियों को पुलिस के हवाले करें और भविष्य में भाईचारा कायम रहे।
एसपी नूंह ने कहा कि बलात्कार की कोई घटना नही हुई है, सब फर्जी है। दोनों अधिकारियों ने कहा कि लोगों को पलायन करने या पहाड़ों में छुपकर रहने की कोई आवश्यकता नहीं है। निर्दोष लोग आराम से अपने रोजमर्रा के काम करें। किसी को बेवजह डरने की जरूरत नहीं है। इंटरनेट सेवा, कर्फ्यू के हालत अगले कुछ दिन भी बने रह सकते हैं।
सहारा रेस्टोरेंट पर भी तोड़फोड़ कार्रवाई
जिला मुख्यालय नूंह शहर में नलहड़ मोड़ के ठीक सामने बाइक शोरूम के गोदाम से सटे सहारा रेस्टोरेंट पर बुलडोजर चला है। तीन मंजिला सहारा रेस्टोरेंट के भवन को जमींदोज कर दिया गया है। गत 31 जुलाई को शोभायात्रा में हुई हिंसा के दौरान भारी भीड़ इन ऊंचे मकानों पर चढ़ गई थी और जमकर पथराव किया गया था। जिस बाइक गोदाम में बाइक लूट व आगजनी की बात सामने आई थी, उसकी दीवार इस सहारा रेस्टोरेंट से पूरी तरह से सटी हुई है। इस सहारा रेस्टोरेंट को जमींदोज करने के लिए बड़ी क्रेन जेसीबी मशीन को बुलाया गया था। जिसकी ऊंचाई काफी ज्यादा थी। जिसने तीन मंजिला सहारा रेस्टोरेंट के भवन को चंद मिनट में जमींदोज कर दिया। तोड़फोड़ की इस कार्रवाई के दौरान जिला प्रशासन के अधिकारियों के अलावा भारी सुरक्षा व्यवस्था यहां पर देखने को मिली।
आशियाना उजड़ने के बाद बोले क्षेत्र के लोग
हिंसा के बाद बुलडोजर कार्रवाई को लेकर क्षेत्र के लोगों का कहना है कि बिना किसी नोटिस के उनके मकानों, दुकानों इत्यादि में तोड़फोड़ की जा रही है, जबकि प्रशासन नोटिस देने की बात कह रहा है। बुजुर्ग महिला बत्तन व जरीना ने कहा कि उन्होंने इससे पहले इस तरह का कोई झगड़ा न देखा और u सुना था। बच्चों के लिए जमीन - जायदाद बेचकर दुकान खुलवाई थी ताकि बेरोजगारी से लड़ा जा सके। लेकिन इस दंगे के बाद उनकी सारी मेहनत को जमींदोज कर दिया गया है। मोहम्मद मुस्तफा और आबिद हुसैन ने भी यही कहा कि सभी समुदाय के लोगों की दुकानें मेडिकल कॉलेज नलहड़ के बाहर थी। अधिकतर दुकानें मेडिकल स्टोर की थी, लेकिन बुलडोजर ने सब को तहस-नहस कर दिया। किसी को नोटिस नहीं दिया गया। पूरा सामान भी इस मलबे में दब गया। एक-एक दुकान में 10 - 12 लाख रुपए से अधिक का नुकसान बताया जा रहा है। अब उसी मलबे से कुछ चुनने के लिए महिला, बुजुर्ग, बच्चे जुटे हुए हैं। सुनील मोटर्स बाइक के गोदाम पर लूट हुई थी। उसका चौकीदार उस दिन भी हारून खान था और आज भी हारून खान अपने कुर्सी बिछाकर उस गोदाम की निगरानी रख रहा है। हारून खान ने बताया कि घटना के दिन भीड़ को देखकर वह ताला लगाकर चला गया था, लेकिन उन्होंने इस तरह की तस्वीरें इससे पहले इस इलाके में न देखी और न कभी सुनी। पिछले डेढ़ साल से सुनील मोटर्स के गोदाम पर 62 वर्षीय हारून चौकीदारी का काम कर रहा है।
बजरंग दल वर्कर की हत्या में आप नेता पर केस दर्ज
गुरुग्राम, 6 अगस्त (हप्र)
मेवात हिंसा मामले में पुलिस ने कड़ा एक्शन लेना शुरू कर दिया है। बजरंग दल के कार्यकर्ता प्रदीप की हत्या मामले में सोहना पुलिस ने जावेद व अन्य 150 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसके साथ प्रशासन ने रविवार को बताया जा रहा है कि जावेद आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक हैं। हालांकि जावेद का कहना है कि केस गलत है और वह उस दिन क्षेत्र में थे ही नहीं। पुलिस को दी शिकायत में पवन ने बताया कि बीते सोमवार को वे जब मेवात से सोहना आ रहे थे, रायसीना के पास जावेद अपने साथियों के साथ डंडे, पत्थर, लोहे की राड और पिस्टल लेकर रास्ता में खड़ा हुआ था। पवन ने कहा है कि मैं कार से नीचे उतरा तो जावेद ने कहा कि इसे मार दो। जो होगा, मैं संभाल लूंगा। ये सुनकर भीड़ ने हमला कर दिया। इस हमले में प्रदीप के सिर पर लोहे की राड मारी, जिससे वह नीचे गिर पड़ा। उसके बाद गोलियां चलनी शुरू हुई तो पुलिस वहां आ गई। पुलिस ने मुझे व गनपत को भीड़ से निकाला। गंभीर रूप से घायल प्रदीप को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। सोहना पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता और अनुराग ढांडा ने जावेद अहमद पर मुकदमा दर्ज करने को लेकर प्रदेश सरकार को घेरते हुए कहा है कि सरकार निर्दोष को फंसाकर छवि खराब करना चाहती है।