मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

नूंह हिंसा के आरोपियों पर बुलडोजर कार्रवाई

08:11 AM Aug 04, 2023 IST
तावड़ू में बृहस्पतिवार को पुलिस प्रशासन अवैध झुग्गी झोपड़ी बस्ती को हटाते हुए। -विवेक बंसल

गुरुग्राम, 3 अगस्त (ट्रिन्यू/हप्र)
नूंह में ‘योगी शैली’ की ‘बुलडोजर न्याय प्रणाली’ शुरू हो गयी है। विभिन्न सरकारी एजेंसियां तावड़ू में अवैध अप्रवासियों की 250 झोपड़ियों पर बुलडोजर चला रही हैं। इनमें ज्यादातर नूंह हिंसा के आरोपी रहते हैं। बताया गया कि ये झोपड़ियां पिछले चार वर्षों से हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की भूमि पर अवैध रूप से बसी थीं। अतिक्रमण हटाने की यह कार्रवाई सेक्टर- 11 में जेसीबी चलाकर हुई। आरोप है कि यहां कई सालों से रोहिंग्या परिवार रह रहे हैं। आसपास के लोगों का आरोप है कि शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं की गयी। बृहस्पतिवार को अतिक्रमण हटाओ अभियान का नेतृत्व थाना प्रबंधक नरवीर भड़ाना ने किया। अभियान में ड्यूटी मजिस्ट्रेट सिद्धार्थ दहिया मौजूद रहे। इस अवसर पर रैपिड एक्शन फोर्स के जवान भी तैनात रहे। इस दौरान डीएसपी अमनदीप, एसडीएम संजीव कुमार, तहसीलदार प्रदीप देशवाल भी मौजूद रहे।
बृहस्पतिवार को जिला अधिकारियों ने भारी पुलिस बल के साथ गुप्त अभियान चलाया और संपर्क करने पर दावा किया कि झुग्गियां अवैध थीं। हालांकि, अधिकारी मौजूदा सांप्रदायिक तनाव और कर्फ्यू के दौरान ऐसा करने की तत्काल आवश्यकता पर कोई सटीक जवाब नहीं दे पाये। पुलिस सूत्रों ने खुलासा किया कि तावड़ू और उसके आसपास पथराव, दुकानों और लोगों पर हमला करने वाले ज्यादातर आरोपी इन्हीं बस्तियों के हैं। अतिक्रमण हटाओ अभियान आगे भी चलेगा। योजना के अनुसार, अभियान उन सभी स्थानों पर चलाया जाएगा जहां भीड़ ने यात्रा पर हमला किया और नल्हड़ गांव सहित अन्य जगहों पर वाहनों को आग के हवाले कर दिया। इस मामले में एडीजीपी (कानून) ममता सिंह के ओएसडी नरेंद्र बिरजानिया ने कहा, 'हमने कुछ अवैध निर्माण को ध्वस्त किया है। किसी को भी अवैध निर्माण और कानून-व्यवस्था में बाधा डालने की इजाजत नहीं दी जा सकती।’
कई जगह तलाशी अभियान
पुलिस मेवली, शिकारपुर, जलालपुर और शिंगार जैसे गांवों में तलाशी अभियान चला रही है। साइबर विशेषज्ञों की एक विशेष टीम ने यात्रा मार्ग पर लगे सभी सीसीटीवी के डीवीआर ले लिए और क्षेत्र में सक्रिय सभी नंबरों का पता लगाने के लिए मोबाइल डेटा भी प्राप्त कर लिया है।

संबंधित एजेंसियों ने अतिक्रमण पर तोड़फोड़ कार्रवाई की है। हमने उन्हें पुलिस सहायता प्रदान की है।
वरुण सिंगला, एसपी- नूंह
Advertisement

Advertisement