दोनों पक्ष 24 घंटे के अंदर आपसी सहमति से मामला हल करें : एसडीएम
रतिया, 26 अक्तूबर (निस)
रतिया अनाज मंडी की लेबर यूनियन द्वारा धान के सीजन के दौरान उनकी मजदूरी को लेकर आ रही समस्याओं को लेकर शनिवार को हड़ताल कर मार्केट कमेटी कार्यालय पर धरना शुरू कर दिया। मामले की सूचना मिलने पर एसडीम जगदीश चंद्र मार्केट कमेटी कार्यालय पहुंचे तथा उन्होंने व्यापार मंडल व लेबर यूनियन के प्रतिनिधियों का पक्ष सुना। शनिवार को अनाज मंडी लेबर यूनियन द्वारा हड़ताल कर मार्केट कमेटी कार्यालय में धरने पर बैठ गए। इसके चलते धान की खरीद प्रभावित हो गई और किसानों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
सूचना मिलने पर एसडीएम जगदीश चंद्र तुरंत मार्केट कमेटी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने मौके पर मौजूद व्यापार मंडल और लेबर यूनियन के प्रतिनिधियों के पक्ष को सुना। इस पर लेबर यूनियन के प्रतिनिधियों सुखा सिंह, जरनैल सिंह, जैला सिंह, सरदूल सिंह, शमशेर, काका सिंह, महेंद्र सिंह, जीता सिंह, हरबंस सिंह, ने एसडीएम के समक्ष अपनी मांगों को रखते हुए कहा कि वह अनाज मंडी के व्यापारियों के पास कार्य करते हैं तथा वह व्यापारियों के पास आने वाली फसल के साफ सफाई, पंखा लगना, और बोरियों में भरने आदि का कार्य करते हैं, लेकिन सीजन के दौरान परमल धान की जो फसल सीधी शैलरों में उतारी गई है, उसकी हमें मजदूरी नहीं मिलती। और मजदूरी के तौर पर जो हमसे व्यापारियों द्वारा पती निर्धारित की जाती है, वह भी हमारे को सही ढंग से नहीं मिल रही। लेबर यूनियन के प्रतिनिधियों ने कहा कि जो फसल पहले सीधी शैलरों में उतारी गई है, हमें उसकी भी निर्धारित मजदूरी चाहिए तथा मुछल धान की उनकी मजदूरी 16 रुपये या इससे अधिक निर्धारित की जाए। लेबर यूनियन के प्रतिनिधियों ने अपना पक्ष रखा तो वहां मौजूद व्यापार मंडल के अध्यक्ष रूप गर्ग,शिव वधवा, संजय मोदी, रमेश गर्ग पप्पू, सुभाष सिंगला, काका गर्ग, किरषन तनेजा आदि ने व्यापारियों का पक्ष रखते हुए कहा कि लेबर यूनियन की जो भी पेमेंट बनती है, व्यापारी उसका भुगतान कर रहे हैं तथा आज से अगर कोई किसान सीधी शैलर में फसल उतारेगा तो भी वह लेबर को उनकी पेमेंट देंगे। इस पर लेबर यूनियन के प्रतिनिधियों ने कहा कि किसानों की फसल जो पहले के दौरान सीधी शैलरों में जा चुकी है, उसकी पेमेंट भी उन्हें चाहिए। इस पर एसडीएम ने दोनों पक्षों को कहा कि आप दोनों पक्ष कल रविवार दोपहर 4 बजे तक आपसी सहमति बना लें वरना सोमवार को दोबारा मार्केट कमेटी पहुंचकर वह आगामी निर्णय लेंगे। समाचार लिखे जाने तक व्यापार मंडल के प्रतिनिधियों व लेबर यूनियन के प्रतिनिधियों के बीच उक्त मसला हल करने को लेकर बैठकों का दौर जारी था।