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ब्लॉग चर्चा

07:47 AM Apr 08, 2024 IST

डॉ. जेन्नी शबनम

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कहीं पढ़ा था, ‘जैसे ही हम भरोसा करना छोड़ देते हैं, वैसे ही हम ख़ुद को भीतर से बंद कर लेते हैं और अकेलेपन की कंदरा में खो जाते हैं। हम प्यार कम करते हैं और डरते ज्यादा हैं।’ सच है कि इंसानी रिश्तों का मनोविज्ञान बिल्कुल बदल चुका है। कब कौन किसका भरोसा तोड़ दे, कब कौन किसे सरेआम लूट ले, दोस्त बनकर कौन दगा दे जाए, रिश्ते की ओट में कब कौन रिश्ता नापाक कर जाए। सच है कि आज हम किसी पर भरोसा नहीं करते, न हम पर कोई भरोसा करता है। ऐसा नहीं है कि भरोसा टूटने की कोई एक वज़ह है।
असल में व्यक्ति, समाज और देश सभी एक-दूसरे से अंतर्संबंधित हैं। अगर समाज ऐसा बन चुका है जहां हम भरोसा करना छोड़ चुके हैं तो दोषी कौन है? कोई ख़ास समाज या सरकार या समूह दोषी नहीं है, बल्कि समस्त मानवता जिम्मेदार है। महत्वाकांक्षाएं इतनी बढ़ चुकी हैं कि लोग रिश्तों को सीढ़ी की तरह इस्तेमाल कर ऊपर चढ़ जाना चाहते हैं, और जब कहीं पहुंच जाएं फिर उन्हीं रिश्तों को रौंद डालते हैं। कई बार आलम बहुत ही खौफनाक होता है। शारीरिक शोषण की शिकार सिर्फ स्त्री ही नहीं, बल्कि छोटे लड़के भी कई बार इसके शिकार हो जाते हैं।
कभी-कभी तो यह भी देखने में आता है कि प्रेमी-प्रेमिकाओं के तार भी मन से और आत्मा की गहराइयों से जुड़े नहीं होते, वैसे में प्रेम महज़ प्रदर्शन का ज़रिया बन जाता है। अगर ऐसा नहीं होता तो कैसे कोई प्रेमी या प्रेमिका जिसने इतने भरोसे से रिश्ता जोड़ा हो, उससे ही बदला ले लेता है। अक्सर सुनने में आता है कि विवाह के लिए राज़ी न होने पर लड़की को उसके प्रेमी ने एसिड से जला दिया या धोखे से हत्या कर दी, या फिर प्रेमजाल में फंसाकर लम्बे समय तक उसका शारीरिक शोषण करता रहा और बाद में उसे या तो बेच दिया या फिर उसका नाजायज़ इस्तेमाल करता रहा। प्रेम में पड़ जाने वाली उस लड़की ने भी तो भरोसा ही किया होगा। अगर कोई प्रेमी विवाह कर भी ले तो मानो कि बड़ा अहसान कर दिया हो, परन्तु फिर भी दहेज़ चाहिए होता है। कैसे कोई स्त्री ऐसे पुरुष को प्रेम करे या उस पर भरोसा करे?
जीवन में एक बार भी भरोसा टूटता है तो आजीवन किसी पर भी भरोसा नहीं हो पाता। शक और संदेह के कारण हम खुद में सिकुड़ते चले जाते हैं, क्योंकि खुद के बाहर की दुनिया में सभी अविश्वसनीय दिखने लगते हैं। इंसानों के बीच भरोसा कायम करने की हर संभव और हर व्यक्ति कोशिश करे।
साभार : साझा संसार डॉट ब्लॉग स्पॉट डॉट कॉम

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