एचसीएस भर्ती में भाजपा का एससी और बीसी विरोधी चेहरा बेनकाब
कैथल, 15 जून (हप्र)
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस महासचिव और सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शनिवार को अपने निवास स्थान पर प्रेसवार्ता को संबोधित किया और एचसीएस अफसरों की जारी सूची को लेकर भाजपा सरकार पर एससी और बीसी विरोधी होने का आरोप लगाया।
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि एचसीएस अफसरों की लिस्ट ने भाजपा सरकार का एससी, बीसी विरोधी चेहरा बेनकाब कर दिया, वहीं यह भी साबित हो गया कि गरीब के बेटा-बेटी के लिए भाजपा के रहते एचसीएस जैसे पदों पर नियुक्ति का कोई रास्ता नहीं बचा है।
उन्होंने कहा कि वर्ष-2019 से साल 2024 तक पिछले छह साल से एचसीएस भर्ती में एससी, बीसी के बच्चों की भर्ती को भाजपा सरकार द्वारा लगातार दुश्मन की नजर से देखा जा रहा है। एक तरफ तो रविदासिया व वाल्मीकि समाज के नौजवानों को एचसीएस अफसर बनने से रोकने का खुला खेल किया गया, तो दूसरी ओर बीसी एवं बीसी बी यानि कश्यप समाज, प्रजापति समाज, जांगड़ा समाज, पांचाल समाज, कंबोज समाज, गुर्जर समाज, सैनी समाज, यादव समाज के युवकों को एचसीएस भर्ती के इंटरव्यू तक पहुंचने से भी रोका जा रहा है। उन्होंने कहा कि एससी समाज के एचसीएस अफसर के आरक्षित पद ही साल 2019 के बाद भरे ही नहीं जा रहे। न तो एससी आरक्षित पद 2022 एचसीएस भर्ती में भरे गए, और न ही एससी आरक्षित पद साल 2023 एचसीएस भर्ती में भरे जा रहे। उन्होंने सवाल किया कि क्या भाजपा सरकार के मुताबिक इसका मतलब यह है कि हरियाणा में रविदासिया समाज, वाल्मीकि समाज, सैंसी समाज, धाणक समाज, ओड समाज व अन्य एससी बिरादरी के बच्चे अब एचसीएस अफसर बनने के लायक नहीं रहे। बैकवर्ड क्लास में तो ज्यादती और ज्यादा है। या तो बैकवर्ड क्लास के एचसीएस अफसर की भर्ती के पद ही नहीं भरे जाते या फिर बीसी ए व बीसी बी में तीन गुना बच्चों को एचसीएस अफसर भर्ती के लिए बुलाया ही नहीं जाता। जिस बच्चे से मेज के नीचे से सैटिंग हो जाए या फिर जिस चहेते को भर्ती करना हो, केवल उन्हीं को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है और बीसी ए व बीसी बी के गुणी बच्चों को दर-दर की ठोकरें खाने के लिए छोड़ दिया जाता है। इस मौके पर श्वेता ढुल, सोनू मचल आदि भी उपस्थित थे।