मांगों, निजीकरण को लेकर मुख्यमंत्री व परिवहन मंत्री से मिलेगी रोडवेज वर्कर्स यूनियन
रोहतक, 27 अक्तूबर (हप्र)
हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन (संबंधित सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा) की राज्य कमेटी ने निर्णय लिया है कि कर्मचारियों की मांगों, मुद्दों व निजीकरण बारे मुख्यमंत्री व परिवहन मंत्री से मिलेगी। हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन के राज्य प्रधान नरेंद्र दिनोद ने बताया कि यह निर्णय रविवार को उनकी अध्यक्षता में हुई राज्य कार्यकारिणी की बैठक में लिया गया। बैठक का संचालन महासचिव सुमेर सिवाच ने किया।
यूनियन पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए यूनियन के राज्य प्रधान नरेंद्र दिनोद व महासचिव सुमेर सिवाच ने कहा कि कर्मचारियों की मांगों व निजीकरण नहीं करने बारे सरकार अपनी नीति स्पष्ट करे। उन्होंने कहा कि लिपिक, चालक, परिचालक व अन्य कर्मचारियों के वेतनमान संशोधित करने, कौशल रोजगार निगम भंग कर सभी कर्मचारियों को पक्का करने आदि सभी मानी गई मांगों को लागू करने बारे सरकार को नया मांगपत्र बनाकर देने का निर्णय लिया गया। नवंबर महीने में सभी डिपो व सब डिपो में वार्षिक सदस्यता अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। सभी डिपो में कार्यकर्ताओं की डिपो स्तरीय कन्वेंशन करने का भी निर्णय लिया गया। राज्य प्रधान ने कहा कि नयी सरकार के गठन के बाद मुख्यमंत्री व परिवहन मंत्री से रोडवेज कर्मचारी उम्मीद करते हैं कि कर्मचारी व जनता विरोधी नीतियों को वापस कर हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन रजि नं 1 से बातचीत के माध्यम से रोडवेज कर्मचारियों की सभी मांगों, मुदों का निपटारा किया जायेगा।
वहीं, जनता व कर्मचारियों की मांग के अनुसार सरकार 362 रूटों पर 3658 प्राइवेट बसों को रूट परमिट देकर विभाग को बर्बाद करने की नीति को तुरंत वापस ले, कर्मचारी, जनता, ग्राम पंचायतों व छात्र-छात्राओं द्वारा ग्रामीण एरिया में सरकारी बसें चलाने की मांग हर सरकार से बार-बार की जा रही है। प्राइवेट रूट परमिट देने की बजाय बढ़ती आबादी के अनुसार विभाग में 10 हजार सरकारी बसें शामिल की जाएं, ताकि जनता को बेहतर व सुरक्षित परिवहन सेवा मिलने के अलावा 60 हजार बेरोजगारों को स्थायी रोजगार मिल सके।
बैठक में राज्य वरिष्ठ उपप्रधान शिवकुमार श्योराण, मुख्य संगठन सचिव रमेश श्योकंद, कोषाध्यक्ष सुशील ईक्कस, उपाध्यक्ष जयकुंवार दहिया, उप महासचिव पवन शर्मा, राज्य सचिव महिपाल सौडै, प्रवीण यादव रेवाड़ी व नरेन्द्र सांगा, ऑडिटर वीरेंद्र चंद्रभान, संगठन सचिव कृष्ण ऊण, प्रेस प्रवक्ता पृथ्वी सिंह चाहर, कार्यालय सचिव सतबीर मुंढाल, राज्य कमेटी नेता जयवीर तालू, सुरेंद्र पलवा, वीरेंद्र, जितेंद्र डागर सुरेंद्र आदि नेताओं ने भाग लिया।