सफाई घोटाले में भाजपा नेता प्रवीण सरदाना का नाम भी शामिल
कैथल, 31 मई (हप्र)
जिला परिषद के माध्यम से गांवों में स्वच्छता अभियान के लिए गांवों में आई सफाई की ग्रांट में हुए भ्रष्टाचार मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने अपनी जांच में पाया कि आरोपियों ने भ्रष्टाचार किए गए रुपये से प्लाट भी खरीदे हैं। अब इन प्लाटों की जानकारी प्राप्त करने के लिए एसीबी राजस्व विभाग से जानकारी लेगी। इस जानकारी के तहत एसीबी यह पता लगाएगी कि आरोपियों ने प्लाट कहां खरीदें हैं और इनकी संख्या कितनी है। सफाई घोटाले में भ्रष्टाचार करने में कैथल जिले के एक भाजपा नेता का नाम भी सामने आया है। भाजपा के सेवा प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक प्रवीण सरदाना की फर्म में इस घोटाले की राशि की ट्रांजेक्शन हुई है। इस नेता का एसीबी की ओर से दर्ज की गई एफआईआर में भी नाम है। एसीबी ने इस नेता को हिरासत में लेने के लिए उसके घर सहित अन्य कई जगहों पर दबिश भी दी है, लेकिन अभी यह नेता फरार चल रहा है।
इसके साथ ही इस घोटाले मामले का मास्टरमाइंड डिप्टी सीईओ जसविंद्र भी फरार है। इसकी गिरफ्तारी के लिए भी एसीबी ने कुरुक्षेत्र स्थित उसके मकान में दबिश दी, लेकिन एसीबी को इसे गिरफ्तार करने में कोई सफलता अभी तक नहीं मिली है। स्वच्छता अभियान के लिए गांवों में आई सफाई की ग्रांट में हुए घोटाला मामले में 15 आरोपी शामिल हैं, लेकिन इसमें से अभी तक केवल सात आरोपियों की ही गिरफ्तारी हो पाई है। जबकि अन्य आठ आरोपी अभी एसीबी की गिरफ्तार से बाहर हैं। अभी तक कैथल में पंचायती राज के एसडीओ रहे रोहतक के एक्सईएन नवीन, कैथल में पंचायती राज के जेई जसबीर सिंह, अकाउंटेंट कुलवंत के साथ पंचायती राज के ठेकेदार दिलबाग सिंह, गांव फतेहपुर निवासी अभय संधू, ठेकेदार राजेश व पूंडरी निवासी अनिल को गिरफ्तार किया जा चुका है।
इस मामले में दर्ज एफआईआर के मुताबिक जेई जयवीर और साहिल व ठेकेदार भाजपा नेता प्रवीण सरदाना, रोहताश, कमल, प्रवीन, तिलक राज व सुमित को आरोपी बनाया गया है।
सफाई घोटाला मामले में 15 आरोपी शामिल हैं। इसमें से 7 को गिरफ्तार किया गया है। इसमें एक भाजपा नेता प्रवीण सरदाना का नाम भी सामने आया है। उसे, घोटाले के मास्टरमाइंड सहित अन्य आरोपियों को हिरासत में लेने के लिए उनकी टीम छापेमारी कर रही है।
- महेंद्र सिंह, प्रभारी, एंटी करप्शन ब्यूरो, कैथल।