पार्टी से दूर हुए दलित वोट बैंक को साधने में जुटी भाजपा
चंडीगढ़, 19 अगस्त (ट्रिन्यू)
लोकसभा के हालिया चुनावों में दलित वोट बैंक के खिसकने का झटका झेल चुकी सत्तारूढ़ भाजपा अब राज्य के इस बड़े वोट बैंक को साधने और मनाने में जुटी है। चुनावी नतीजों के बाद से अभी तक राज्य की नायब सरकार अनुसूचित जाति वर्ग को आकर्षित करने के लिए कई बड़े फैसले कर चुकी है। इसी कड़ी में 26 अगस्त को पिपली (कुरुक्षेत्र) स्थित गुरु रविदास मेमोरियल स्थल पर प्रदेश स्तरीय ‘दलित सम्मान स्वाभिमान’ समारोह का आयोजन होगा। पूर्व मुख्यमंत्री व केंद्रीय बिजली मंत्री मनोहर लाल खट्टर सम्मेलन के मुख्यातिथि होंगे।
यहां बता दें कि भाजपा ने विधानसभा चुनावों का आगाज भी थानेसर (कुरुक्षेत्र) में रैली करके किया था। पिपली में होने वाले दलित सम्मेलन में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री एवं राज्यसभा सांसद दुष्यंत कुमार गौतम विशिष्ट अतिथि होंगे। इस सम्मेलन के जरिये भाजपा ने दलितों को एकजुट करने की रणनीति बनाई है। मुख्यमंत्री के चीफ मीडिया काेऑर्डिनेटर सुदेश कटारिया ने इस सम्मेलन की जिम्मेदारी संभाली हुई है। सम्मेलन को लेकर वे कई जिलों में समाज के लोगों के साथ बैठकें कर चुके हैं।
इस सम्मेलन को लेकर हरियाणा के दलित नेताओं ने सोमवार को नई दिल्ली में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की और उन्हें दलित सम्मान समारोह का निमंत्रण दिया। इन नेताओं में पीडब्ल्यूडी मंत्री डॉ़ बनवारी लाल, राज्यसभा सांसद कृष्णलाल पंवार, पूर्व सांसद डॉ़ अशोक तंवर, पटौदी विधायक सत्यप्रकाश जरावता व सुदेश कटारिया शामिल रहे। सुदेश कटारिया का कहना है कि 26 अगस्त को आयोजित होने वाला दलित सम्मेलन पीड़ित, शोषित दलित समाज में नई क्रांति और नई उम्मीद का महायज्ञ है।
उन्होंने कहा कि सम्मेलन में दलित एकजुटता के साथ संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के अधूरे मिशन को पूरा करने का संकल्प लेंगे। प्रदेश के हर जिले में जनसंपर्क अभियान जारी है, अभी तक फतेहाबाद, कैथल, जींद, रोहतक व झज्जर सहित अंबाला व यमुनानगर में सम्मेलन का न्यौता दलितों को दिया जा चुका है। कटारिया ने कहा कि मनोहर लाल ने अपने साढ़े 9 साल के मुख्यमंत्रित्व काल में अंत्योदय उत्थान की भावना के साथ दलितों को मान-सम्मान देने का काम किया।