विधानसभा सत्र भ्ााजपा की तैयारी, कांग्रेस को हाईकमान के फैसले का इंतजार
चंडीगढ़, 23 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
प्रदेश में नयी सरकार के गठन के बाद सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने विधानसभा सत्र की तैयारी शुरू कर दी है। इसके विपरीत विपक्षी दल कांग्रेस अभी तक विधायक दल के नेता का चुनाव नहीं कर पाई है और अब उनके विधायक हाईकमान के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।
25 अक्तूबर को विधानसभा सत्र के आयोजन की तैयारी जोरों पर है, जिसमें नए विधायकों का स्वागत किया जाएगा। दूसरी ओर कांग्रेस में विधायक दल के नेता के चुनाव को लेकर सहमति नहीं बन पाई है। हाईकमान के निर्देश पर 18 अक्तूबर को राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, वरिष्ठ नेता टीएस सिंह देव, पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा, और वरिष्ठ नेता अजय माकन की अध्यक्षता वाली कमेटी ने चंडीगढ़ में विधायक दल की बैठक बुलाई। इस बैठक में 37 विधायकों ने सामूहिक और व्यक्तिगत बातचीत में अपनी राय साझा की। अधिकांश विधायक भूपेंद्र हुड्डा को फिर से विधायक दल का नेता बनाए जाने के पक्ष में थे, जबकि 4 विधायकों ने चंद्रमोहन बिश्रोई का नाम आगे रखा। इस बातचीत के बाद मामला अभी भी अधर में लटका हुआ है। अब हाईकमान द्वारा पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के आधार पर विधायक दल के नेता की घोषणा की जाएगी।
इनेलो को भी करना होगा विधायक दल के नेता का चयन
इस चुनाव में इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के दो विधायक भी जीतकर आए हैं। विधानसभा के नियमों के अनुसार इनेलो को भी सदन में विधायक दल के नेता का नाम घोषित करना पड़ेगा। हालांकि, पहले सत्र में केवल शपथ ग्रहण तक ही सीमित रहेगा, इसलिए यदि कांग्रेस और इनेलो अपने नेताओं का नाम घोषित नहीं करते हैं, तो इस बार कोई समस्या नहीं होगीए लेकिन सरकार दीवाली के बाद सत्र बुलाने की योजना बना रही है, जिससे नियमित सत्र में दोनों दलों के लिए विधायक दल के नेता के नामों की घोषणा आवश्यक होगी।