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ब्राह्मणों को साधने में जुटी भाजपा, विनोद शर्मा पर खेला बड़ा दांव

07:55 AM Sep 03, 2024 IST

दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 2 सितंबर
अंबाला सिटी नगर निगम की मेयर और पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा की पत्नी शक्ति रानी शर्मा की भाजपा में एंट्री से कई नेताओं के समीकरण बिगड़ गए हैं। यह लगभग तय माना जा रहा है कि भाजपा शक्ति रानी शर्मा को विधानसभा चुनाव लड़वाने के लिए ही लेकर आई है। विनोद शर्मा की अपनी खुद की – हरियाणा जनचेतना पार्टी है। विनोद शर्मा के बेटे कार्तिकेय शर्मा भाजपा के समर्थन से राज्यसभा सांसद हैं।
शक्ति रानी शर्मा ने रविवार को जींद में आयोजित जन आशीर्वाद रैली में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी व प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता हासिल की। पूर्व केंद्रीय मंत्री की पत्नी की ज्वाइनिंग और इससे पहले बेटे को राज्यसभा में भेजने से स्पष्ट है कि भाजपा ब्राह्मणों को रिझाने में जुटी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित विनोद शर्मा को भी प्रदेश के बड़े राजनीतिक घरानों में गिना जाता है। इसी के चलते उनके परिवार को राजनीतिक तवज्जो दी है।
विनोद शर्मा केंद्र के अलावा हरियाणा में भी आबकारी एवं कराधान मंत्री रहे हैं। हालांकि पहले इस तरह की चर्चाएं थी कि विनोद शर्मा हरियाणा जनचेतना पार्टी का भाजपा में विलय कर सकते हैं। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। अलबत्ता उनकी पत्नी ने भाजपा की सदस्यता हासिल कर ली है। माना जा रहा है कि शक्ति रानी शर्मा को भाजपा टिकट पर अंबाला सिटी या कालका से चुनाव लड़वाया जा सकता है। अंबाला सिटी से विनोद शर्मा विधायक रहे हैं और उनका इस बेल्ट में अच्छा प्रभाव माना जाता है। हालांकि खुद शक्ति रानी शर्मा परिवार की ही पार्टी से कालका से भी विधानसभा चुनाव लड़ सकती हैं। दिल्ली से जुड़े सूत्रों का कहना है कि दोनों ही सीटों में से कहीं से भी उन्हें चुनाव लड़वाने को लेकर केंद्रीय नेतृत्व में चर्चा चल रही है। कालका से 2014 में विधायक रही लतिका शर्मा इस बार भी मजबूत दावेदार हैं। शक्ति रानी शर्मा को अगर कालका से टिकट मिलता है तो ऐसी स्थिति में लतिका शर्मा को नारायणगढ़ भी शिफ्ट किया जा सकता है। यहां से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी चुनाव लड़ते रहे हैं। सैनी वर्तमान में करनाल से विधायक हैं।

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प्रदेश में ब्राह्मण सम्मेलनों का कर चुके आयोजन

विनोद शर्मा व उनके बेटे कार्तिकेय शर्मा पूर्व में प्रदेशभर में ब्राह्मण सम्मेलन भी कर चुके हैं। लोकसभा चुनावों के दौरान उन्होंने करनाल में परशुराम जयंती के बहाने बड़ा शक्ति प्रदर्शन भी किया था। विनोद शर्मा के पूर्व मुख्यमंत्री व केंद्रीय बिजली मंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ काफी करीबी राजनीतिक रिश्ते हैं। मनोहर लाल के प्रयासों से ही कार्तिकेय शर्मा का राज्यसभा जाने का रास्ता साफ हुआ। राजनीति के जानकारों का मानना है शक्ति रानी शर्मा के भाजपा ज्वाइन करने से न केवल पार्टी को कई सीटों पर मजबूती मिल सकती है बल्कि उनके रूप में ब्राह्मण समुदाय से आने वाली एक मजबूत महिला नेत्री का भी साथ मिला है। शक्ति रानी शर्मा का परिवार हरियाणा और राष्ट्रीय राजनीति में बेहद अहम स्थान रखता है। भाजपा से जुड़े लोगों का कहना है कि पार्टी के पास पहले से भी कई ब्राह्मण चेहरे हैं, लेकिन पार्टी इस वर्ग को और मजबूती के साथ अपने पक्ष में जोड़ने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती।

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