भाजपा ने ‘लिखित रूप से झूठ बोलने’ में की पीएचडी : तिवारी
मनीमाजरा (चंडीगढ़), 28 मई (हप्र)
चंडीगढ़ से इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार मनीष तिवारी ने केंद्र शासित प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के 10 साल के खराब प्रदर्शन के खिलाफ ‘56 सूत्रीय आरोप-पत्र’ पेश किया है।
मंगलवार को तिवारी ने भाजपा प्रतिद्वंद्वी संजय टंडन को खुली बहस की चुनौती दोहराते हुए कहा कि वे 30 मई, सुबह 11 बजे प्रेस क्लब में चंडीगढ़ से संबंधित सभी मुद्दों पर बहस और चर्चा के लिए उनका इंतजार करेंगे। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने पिछले दस सालों के दौरान भाजपा के खराब प्रदर्शन के खिलाफ अपने आरोपों को एक-एक करके गिनाया।
भाजपा के घोषणापत्र का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा ने ‘लिखित रूप से झूठ बोलने’ में पीएचडी की है। भाजपा के खिलाफ अपने आरोपों को साबित करने के लिए कुछ उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी ने शहर में काम करने वाले पत्रकारों को स्वास्थ्य बीमा और पेंशन देने का वादा किया था। उन्होंने पूछा कि क्या किसी पत्रकार को बीमा या पेंशन मिली है। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा पत्रकारों से झूठ बोल सकती है, तो वह चंडीगढ़ के लोगों से भी आसानी से झूठ बोल सकती है। तिवारी ने भाजपा के अन्य अधूरे वादों को भी गिनाया, जैसे ‘सिटीजन चार्टर’ तैयार करना, सांसद किरण खेर द्वारा ‘जनता दरबार’ लगाना, जो कभी नहीं लगा। उन्होंने भाजपा को चुनौती दी कि वह चंडीगढ़ के लोगों से किया गया एक भी वादा बताएं, जिसे उसने पिछले 10 सालों में पूरा किया हो। उन्होंने कहा कि भाजपा की एकमात्र उपलब्धि अनिल मसीह के जरिए लोकतंत्र की हत्या करना है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान तिवारी के साथ चंडीगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की, प्रवक्ता राजीव शर्मा, मेयर कुलदीप कुमार, चंडीगढ़ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष विक्रम यादव और आप नेता प्रेम गर्ग भी मौजूद थे।
एमएसपी पर कानूनी गारंटी का किया वादा
चंडीगढ़ से इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार मनीष तिवारी ने वादा किया है कि केंद्र में इंडिया सरकार बनने पर किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा और एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी दी जाएगी। यहां डोर-टू-डोर प्रचार अभियान के दौरान बुटेरला क्षेत्र में तिवारी का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन के दस सालों के दौरान हर दूसरे समुदाय की तरह किसानों को भी सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। वार्ड नंबर 30 बुटेरला में ‘डोर-टू-डोर’ अभियान का आयोजन हरदीप सिंह बुटेरला लंबरदार, राजिंदर सिंह बदहेड़ी, अध्यक्ष अखिल भारतीय जाट महासभा, परविंदर सिंह बुटेरला इत्यादि द्वारा किया गया था।