बिट्टू बजरंगी 14 दिन की न्यायिक हिरासत में
गुरुग्राम, 17 अगस्त (हप्र)
नूंह हिंसा से कुछ देर पहले सोशल मीडिया पर भड़काऊ वीडियो वायरल करने और सरेआम तलवार लहराने के आरोपी राजकुमार उर्फ बिट्टू बजरंगी का एक दिन का पुलिस रिमांड बृहस्पतिवार को पूरा हो गया। इसके बाद बिट्टू बजरंगी को नूंह कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने दोनों पक्षों के वकीलों की बहस सुनने के बाद आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में फरीदाबाद की नीमका जेल भेज दिया। पुलिस ने उसका दोबारा रिमांड नहीं मांगा। फिलहाल पुलिस अन्य खुलासे के बारे में खुल कर नहीं बता रही है। बिट्टू बजरंगी को 15 अगस्त को पुलिस ने फरीदाबाद से गिरफ्तार किया था।
आरोपी राजकुमार उर्फ बिट्टू के खिलाफ नूंह की एएसपी उषा कुंडू की शिकायत पर मुकदमा दर्ज हुआ। सदर थाना नूंह में दर्ज केस के मुताबिक बिट्टू बजरंगी व अन्य 15-20 लोगों ने महिला पुलिस अधिकारी के सामने तलवारें लहराईं और नारेबाजी की। आरोप है कि उसने पुलिस के समझाने के बावजूद सरकारी कार्य में बाधा डाली।
कोर्ट में पुलिस ने बताया कि रिमांड के दौरान उससे 8 तलवारें बरामद हुई हैं। बिट्टू बजरंगी के वकील सोमदत्त शर्मा ने कोर्ट में कहा कि नूंह जेल में बिट्टू बजरंगी की जान को खतरा है। कोर्ट से मांग की गई कि बिट्टू को फरीदाबाद की नीमका जेल भेजा जाए। जज ने मांग स्वीकारते हुए आदेश जारी कर दिया। बताया गया कि सलंबा (नूंह) जेल में दंगे के अनेक आरोपी बंद हैं।
दर्ज हो सकते हैं और केस
पुलिस तमाम रिकॉर्ड खंगाल रही है। बताया गया कि अनेक दस्तावेज जुटा लिए गए हैं। कुछ और केस दर्ज हो सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि हरियाणा के नए डीजीपी शत्रुजीत कपूर के कार्यभार संभालने के बाद हिंसा की जांच पड़ताल तेज होने लगी है। सोशल मीडिया पोस्टों की भी जांच की जा रही है। इसके साथ ही पुलिस मोनू मानेसर की गतिविधियों पर भी नजर रखे हुए है।