भव्य लड़ेंगे आदमपुर से, हिसार से आ सकती शालू जिंदल
कुमार मुकेश/हमारे प्रतिनिधि
हिसार, 1 सितंबर
विधानसभा सीटों के हिसाब से हरियाणा के सबसे बड़े जिले हिसार में इस बार भाजपा टिकटों को लेकर बड़ी मारामारी चल रही है। आदमपुर को छोड़कर बाकी सभी सीटों पर समीकरण बिगड़े हुए हैं। आदमपुर के मौजूदा विधायक भव्य बिश्नोई की टिकट पर किसी तरह का संकट नहीं है। बाकी की छह सीटों पर किसे टिकट मिलेगी, इस पर बड़ी दुविधा बनी हुई है। बरवाला, नलवा, आदमपुर और हिसार की सीट से भाजपा टिकट पर कौन चुनाव लड़ेगा, इस पर सभी की नज़र लगी है।
नलवा के मौजूदा विधायक व डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा की टिकट पर तो संकट नहीं है लेकिन उनका हलका बदल सकता है।
पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई नलवा ने अपने पारिवारिक मित्र रणधीर सिंह पनिहार की टिकट के लिए पूरी भागदौड़ कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में रणबीर सिंह गंगवा को बरवाला शिफ्ट किया जा चुका है। सूत्रों का कहना है कि अंदरखाने रणबीर सिंह गंगवा ने बरवाला में काम भी शुरू कर दिया है। वहीं बरवाला से 2019 में जजपा टिकट पर चुनाव लड़कर विधायक बने जोगीराम सिहाग भी रविवार को जींद की रैली में भाजपा में शामिल हो गए। सिहाग भी टिकट मांग रहे हैं।
हांसी से भाजपा टिकट पर लगातार दो बार विधायक बने विनोद भ्याना तीसरी बार भी टिकट की जुगत में हैं। उनकी टिकट पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। उकलाना से जजपा विधायक व पूर्व मंत्री अनूप धानक भी भाजपा में आ चुके हैं। वे भी भाजपा टिकट पर उकलाना से टिकट की चाहत रखते हैं। सूत्रों का कहना है कि कुलदीप बिश्नोई हांसी सीट पर भी दावेदारी जता रहे हैं। उनकी पत्नी रेणुका बिश्नोई यहां से विधायक रह चुकी हैं।
डॉ. कमल गुप्ता की टिकट पर लटकी तलवार
हिसार शहर की सीट से दो बार के विधायक और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता की टिकट पर तलवार लटकी है। पहले यहां से कुरुक्षेत्र सांसद नवीन जिंदल की माता व पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल का नाम चर्चाओं में रहा। बताते हैं कि सावित्री जिंदल चुनाव नहीं लड़ना चाहती। ऐसे में अब हिसार सीट से नवीन जिंदल की पत्नी शालू जिंदल का नाम भाजपा गलियारों में लिया जा रहा है। विगत दिवस नवीन जिंदल सीएम नायब सिंह सैनी व पूर्व मुख्यमंत्री व केंद्रीय बिजली मंत्री मनोहर लाल खट्टर से भी इस संदर्भ में मुलाकात करके बातचीत कर चुके हैं। हालांकि कमल गुप्ता को उम्मीद है कि संघ की पैरवी के चलते वे टिकट की बाजी मार लेंगे लेकिन भाजपा के सर्वे में ग्राउंड पर उनके खिलाफ जबरदस्त एंटी-इन्कमबेंसी देखने को मिली है। भाजपा के वर्कर ही इस बार गुप्ता को टिकट दिए जाने के पक्ष में नहीं हैं। दस वर्षों से सत्ता का हिस्सा होते हुए भी कमल गुप्ता भाजपा के स्थानीय वर्करों को अपने साथ जोड़कर नहीं रख पाए।
डॉ. कमल गुप्ता की टिकट पर लटकी तलवार
हिसार शहर की सीट से दो बार के विधायक और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता की टिकट पर तलवार लटकी है। पहले यहां से कुरुक्षेत्र सांसद नवीन जिंदल की माता व पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल का नाम चर्चाओं में रहा। बताते हैं कि सावित्री जिंदल चुनाव नहीं लड़ना चाहती। ऐसे में अब हिसार सीट से नवीन जिंदल की पत्नी शालू जिंदल का नाम भाजपा गलियारों में लिया जा रहा है। विगत दिवस नवीन जिंदल सीएम नायब सिंह सैनी व पूर्व मुख्यमंत्री व केंद्रीय बिजली मंत्री मनोहर लाल खट्टर से भी इस संदर्भ में मुलाकात करके बातचीत कर चुके हैं। हालांकि कमल गुप्ता को उम्मीद है कि संघ की पैरवी के चलते वे टिकट की बाजी मार लेंगे लेकिन भाजपा के सर्वे में ग्राउंड पर उनके खिलाफ जबरदस्त एंटी-इन्कमबेंसी देखने को मिली है। भाजपा के वर्कर ही इस बार गुप्ता को टिकट दिए जाने के पक्ष में नहीं हैं। दस वर्षों से सत्ता का हिस्सा होते हुए भी कमल गुप्ता भाजपा के स्थानीय वर्करों को अपने साथ जोड़कर नहीं रख पाए।
बरवाला सीट पर सबसे बड़ी पेच इसलिए फंसा हुआ है क्योंकि पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु भी इस बार बरवाला से चुनाव लड़ना चाहते हैं। 2014 में वे पहली बार नारनौंद से विधायक बने और खट्टर सरकार में हेवीवेट मंत्री रहे। 2019 में जजपा के रामकुमार गौतम ने उन्हें पटकनी दे दी। अब गौतम भी जजपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि स्टेट यूनिट के नेता कैप्टन अभिमन्यु को बरवाला से ही टिकट देने के पक्ष में हैं। लेकिन कैप्टन द्वारा हाईकमान के स्तर पर लॉबिंग किए जाने की खबरें हैं।