मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

बादल परिवार पंथ विरोधी ताकतों के निशाने पर : सुखबीर

05:00 AM Jan 15, 2025 IST

गुरतेज सिंह प्यासा/ निस
संगरूर, 14 जनवरी
मुक्तसर में मंगलवार काे माघी मेले के अवसर पर सियासी मंच भी सजे। शिरोमणि अकाली दल ने एक विशाल काॅन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें पार्टी के कई वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री शामिल हुए। उन्हाेंने पांच तख्तों के जत्थेदारों से स्वर्गीय प्रकाश सिंह बादल को ‘फख्र-ए-कौम’ सम्मान लौटाने का अनुरोध किया। अकाली दल ने प्रस्ताव भी पारित किया, जिसमें श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की गयी है।
सुखबीर बादल का अध्यक्ष पद से इस्तीफा स्वीकार होने के बाद पार्टी के इस पहले बड़े आयोजन में पूर्व विधायक कंवरजीत सिंह रोजी बरकंदी ने कहा कि अकाली दल कभी खत्म नहीं हो सकता। उन्होंने सुखबीर बादल से पार्टी का नेतृत्व करने को कहा। नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सुखबीर बादल के समर्थन में नारे भी लगाये।
सुखबीर ने अपने संबोधन में कहा कि बादल परिवार पंथ विरोधी ताकतों के निशाने पर है। बादल परिवार और अकाली दल को नष्ट करने की कोशिश की जा रही है। सुखबीर ने कहा कि एजेंसियां लगातार हमें बदनाम करने की कोशिश कर रही हैं और एजेंसियों के आगे झुकने वाले लोग पंथ के गद्दार हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग शिरोमणि अकाली दल को बदनाम कर रहे हैं, वो केंद्र के सामने झुकते हैं। पंजाब विरोधी ताकतें राज्य को बर्बाद करने की साजिश रच रही हैं। सुखबीर ने अमृतपाल सिंह की नयी पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि ये लोग नयी दुकान खोल रहे हैं।

Advertisement

अमृतपाल की नयी पार्टी- ‘अकाली दल वारिस पंजाब दे’

संगरूर/ बरनाला (निस) : माघी मेले के मौके पर ‘पंथ बचाओ पंजाब बचाओ’ नाम से पंथक सम्मेलन भी हुआ। असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तान समर्थक और खडूर साहिब सीट से निर्दलीय सांसद अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह तथा फरीदकोट से निर्दलीय सांसद सरबजीत सिंह इसमें शामिल हुए। उन्होंने अमृतपाल की नयी पार्टी- ‘अकाली दल वारिस पंजाब दे’ की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अमृतपाल सिंह को पार्टी का प्रधान बनाया गया है। उनके जेल से बाहर आने तक पार्टी का संचालन एक कमेटी करेगी। इस मौके पर जसकरन सिंह काहन सिंह वाला ने कहा, ‘यह दो विचारों की लड़ाई है। दिल्ली की सोच किसानों की जान ले रही है, पंथ और पंजाब को नुकसान पहुंचा रही है। नयी पार्टी की घोषणा से पंजाब को नया रंग मिलेगा।’ अमृतपाल सिंह के वकील हरपाल सिंह ने कहा कि जब तक क्षेत्रीय पार्टी नहीं बनेगी, तब तक कोई पंजाब के बारे में नहीं सोचेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि नयी साजिश के तहत अमृतपाल को गैंगस्टर साबित करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के 92 विधायक मुख्यमंत्री भगवंत सिंह के डर से पंजाब के बारे में बात नहीं कर रहे। पंथ के नाम पर चलने वाली पार्टियां पंथ की बात ही नहीं करतीं।

Advertisement

Advertisement