नियमों के अनुसार नहीं बीटेक प्रथम वर्ष का सेलेबस
सोनीपत, 7 अक्तूबर (हप्र)
दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीसीआरयूएसटी), मुरथल की टीचर यूनियन डीक्रूटा ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर विद्यार्थियों के हितों के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है। डीक्रूटा का कहना है कि विश्वविद्यालय में बीटेक प्रथम वर्ष का पाठ्यक्रम एआईसीटीई व यूजीसी के नियमानुसार नहीं है। डीक्रूटा ने विवि प्रशासन को अल्टीमेटम दिया है कि इस ओर ध्यान नहीं दिया तो कठोर कदम उठाएंगे। डीसीआरयूएसटी की टीचिंग यूनियन डीक्रूटा की जनरल बॉडी की इमरजेंसी मीटिंग में कुलपति पर ये आरोप लगाये। डीक्रूटा प्रधान डॉ.अजय कुमार ने कहा कि पहले तो कई सप्ताह बीटेक प्रथम वर्ष के छात्रों की कक्षाएं स्थगित करके रखी। उसके बाद कुलपति अपनी मर्जी से पाठ्यक्रम बनवाकर जबरदस्ती इसे लागू करवाना चाहते हैं। जो पाठ्यक्रम दिया गया है वह एआईसीटीई व यूजीसी के नियमानुसार नहीं है।
प्रधान डॉ.अजय कुमार ने कहा कि कुलपति विश्वविद्यालय एक्ट की एक बार फिर धज्जिया उड़ाते हुए 4 वर्षीय पाठ्यक्रम में न्यू एजुकेशन पॉलिसी को लागू करना चाहते हैं। विश्वविद्यालय एक्ट के अनुसार जब भी किसी कोर्स में बदलाव किया जाता है तो विद्यार्थियों, पूर्व विद्यार्थियों, अभिभावकों व नियोक्ता से फीड बैक लिया जाता है। उसके बाद वर्कशॉप का आयोजन किया जाता है ताकि विचारों का आदान प्रदान हो सके। उसके बाद विभागों की बोर्ड ऑफ स्टडी व फेकल्टी द्वारा प्रस्ताव पास किया जाता है, जिसे एकडमिक काऊंसिल में पास किया जाता है। मगर बीटेक प्रथम वर्ष के पाठ्यक्रम इन नियमों के अनुसार नहीं है।
‘छात्र हितों के साथ नहीं होने देंगे खिलवाड़’
डीक्रूटा प्रधान डॉ.अजय कुमार ने कहा कि छात्र हितों के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। विश्वविद्यालय प्रशासन को 8 अक्तूबर सुबह 11 बजे तक का समय दिया गया है कि एआईसीटीई के नियमानुसार व एक्जिस्टिंग पाठ्यक्रम के अनुसार बीटेक प्रथम वर्ष की क्लास शुरु कराई जाए, अन्यथा डीक्रूटा छात्र हितों में कठोर निर्णय लेने पर मजबूर होगा। इसकी पूर्ण जिम्मेवारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी। इस अवसर पर प्रो.अनिल खुराना, प्रो.अवधेश शर्मा, प्रो. प्रियंका, प्रो.रविवैश, डॉ.अनिल यादव, डॉ.ममता भगत व डॉ.धर्मेंद्र आदि भी मौजूद रहे।